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अक्तू॰ 16 2024 - मनोरंजन
अगर आपको या आपके परिवार में किसी को ध्वनि सुनने में दिक्कत होती है, तो यह आम तौर पर सेन्सरिन्यूरल हियरिंग लॉस (SNHL) हो सकता है। इस समस्या का मतलब है कि कान के अंदर की नर्व्स ठीक नहीं काम कर रही हैं और आवाज़ सही ढंग से मस्तिष्क तक नहीं पहुँच पाती। चलिए, इसे आसान शब्दों में समझते हैं और देखते हैं कैसे इससे बचा जा सकता है।
SNHL कई बार उम्र बढ़ने से होता है, पर यह अचानक भी हो सकता है। प्रमुख कारणों में शामिल हैं:
इनमें से कुछ कारण हमारे नियंत्रण में होते हैं, जैसे तेज़ आवाज़ से बचना या दवाइयों का सही उपयोग। बाकी कारणों के लिए समय पर जांच जरूरी है।
सुनने की कमी धीरे-धीरे या अचानक आ सकती है। आम लक्षण हैं:
यदि इनमें से कोई भी लक्षण दिखे, तो तुरंत ऑडियोलॉजिस्ट के पास जाएँ। शुरुआती पहचान इलाज को आसान बनाती है।
डॉक्टर सबसे पहले सुनवाई टेस्ट (ऑडियोमेट्री) करेंगे। इस टेस्ट से यह पता चलता है कि कौन-सी फ्रीक्वेंसी पर सुनने में कमी है। अगर नर्व के कारण समस्या है, तो अक्सर हाई‑फ्रीक्वेंसी पर असर दिखता है। कभी-कभी MRI या CT स्कैन की ज़रूरत पड़ती है ताकि ट्यूमर या चोट का पता चल सके।
सेन्सरिन्यूरल हियरिंग लॉस का इलाज कारण पर निर्भर करता है:
घर पर भी कुछ चीज़ें कर सकते हैं। तेज़ आवाज़ वाले उपकरणों का उपयोग कम करें, कान को धूल और पानी से बचाएँ, और नियमित रूप से सुनवाई टेस्ट करवाते रहें।
सेन्सरिन्यूरल हियरिंग लॉस पूरी तरह रोका नहीं जा सकता, पर जोखिम घटाया जा सकता है:
इन छोटे कदमों से आप अपने कान को स्वस्थ रख सकते हैं। याद रहे, अगर आवाज़ सुनाई नहीं देती या बदलती है तो जल्द ही डॉक्टर के पास जाएँ; समय पर कार्रवाई से बहुत सुधार हो सकता है।
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