हमास प्रमुख की हत्या
इस्माइल हानिये, हमास के प्रमुख, की तेहरान में हत्या कर दी गई है। ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने इस खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि हानिये और उनके एक बॉडीगार्ड को इज़रायली हमले में मार दिया गया है। यह हमला बुधवार की सुबह हमास प्रमुख के आवास पर किया गया।
IRGC का बयान
IRGC के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘हम असली इस्लामी देशों, फिलीस्तीन के वीर योद्धाओं और ईरानी राष्ट्र को इस घटना की जानकारी देते हैं कि इस्लामिक रेजिस्टेंस ऑफ हमास के प्रमुख इस्माइल हानिये और उनके बॉडीगार्ड को आज सुबह तेहरान में उनके निवास पर किए गए हमले में शहीद कर दिया गया है।’
इस्राइल पर आरोप
हमास ने इस हत्या का आरोप इज़रायल पर लगाया है। हमास ने इस घटना को 'धोखेबाज ज़ायोनिस्ट हमला' बताते हुए कहा कि इसके लिए इज़रायल जिम्मेदार है। इस हमले के पीछे सभी तथ्यों की जांच के लिए उन्होंने एक विस्तृत जांच की मांग की है।
प्रमुख समय की घटनाएं
हमले से एक दिन पहले ही इस्माइल हानिये ने ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियान के उद्घाटन समारोह में भाग लिया था। उन्होंने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई से भी मुलाकात की थी।
लेबनान में भी हमले
एक और समाचार के अनुसार, लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि दक्षिण बेरूत में इस्राइली सेना के एक हमले में तीन लोग मारे गए हैं, जिसमें दो बच्चे भी शामिल हैं, और 74 लोग घायल हो गए हैं। यह हमला एक हेज़बुल्लाह कमांडर को लक्ष्य करके किया गया था।
हानिये का जीवन
इस्माइल हानिये का जन्म गाज़ा के शाति शरणार्थी कैम्प में हुआ था। उनके माता-पिता 1948 में इज़रायल राज्य की स्थापना के बाद अस्कलान शहर से पलायन कर आए थे। हानिये ने गाज़ा के अल-अज़हर संस्थान में शिक्षा प्राप्त की और इस्लामिक विश्वविद्यालय से अरबी साहित्य में स्नातक की डिग्री प्राप्त की थी।
पहले भी हुआ था हमला
इस वर्ष की शुरुआत में, एक इज़रायली हमले में उनके तीन बेटे गाज़ा के उत्तरी हिस्से में मारे गए थे। हानिये पर यह हालिया हमला उनकी सुरक्षा की गंभीरता को उजागर करता है और क्षेत्र में बढ़ते हुए संघर्ष को दर्शाता है।
आगे की प्रक्रिया
इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है। हमास द्वारा मांगी गई विस्तृत जांच से आने वाले दिनों में और तथ्य सामने आ सकते हैं। ईरान और इज़रायल के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंध इस घटना के बाद और बिगड़ सकते हैं।
इस पूरी घटना ने मध्य-पूर्व में पहले से ही नाजुक स्थिति को और भी जटिल बना दिया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय की इस पर नजर बनी हुई है और अगले कदम का इंतजार है।
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