IEX शेयरों में 12% की भारी गिरावट: FY25 तक मार्केट कपलिंग लागू करने की केंद्र की योजना
सित॰ 25 2024 - व्यापार
क्या आप अपने पैसे को बढ़ाने के लिए सही दिशा खोज रहे हैं? बहुत लोग सोचते हैं कि निवेश जटिल है, लेकिन असल में बस कुछ बेसिक चीज़ों का ध्यान रखें तो काम चल जाता है। इस लेख में हम आसान‑आसान कदम बताएँगे जो आपको शेयर, म्यूचुअल फंड या गोल्ड में सही निर्णय लेने में मदद करेंगे।
सबसे पहले, अपने निवेश का लक्ष्य तय करें – क्या आप दीर्घकालिक बढ़ोतरी चाहते हैं या अल्पावधि में कमाई? लक्ष्य स्पष्ट होने पर सही टूल चुनना आसान हो जाता है। फिर दो चीज़ें देखनी चाहिए: कंपनी की बुनियादी ताकत और बाजार की कुल स्थिति। छोटी‑छोटी खबरें, क्वार्टरली रिपोर्ट और प्रॉडक्ट लॉन्च अक्सर शेयर की दिशा बदलते हैं।
एक और जरूरी बात – अपना पोर्टफोलियो विविध बनाइए। सभी पैसे एक ही स्टॉक में न डालें; कुछ बड़े ब्लू चिप्स रखें, कुछ उभरते सेक्टर जैसे टेक या हेल्थ‑केयर में थोड़ा निवेश करें। इस तरह अगर किसी कंपनी की गिरावट आती है तो बाकी बचाते हैं।
निवेश का सबसे बड़ा दुश्मन डर और अति‑आत्मविश्वास दोनों होते हैं। डर से जल्दी बेच देना या बहुत ज़्यादा भरोसा करके एक ही सट्टा में फंसना नुकसानदेह है। जोखिम को कंट्रोल करने के लिए स्टॉप‑लॉस सेट करें – यानी जब शेयर का दाम आपके तय स्तर तक नीचे गिरे तो स्वचालित रूप से बेचा जाए। इससे बड़ी हानि कम होती है।
दूसरा तरीका है नियमित समीक्षा। हर महीने या तिमाही में अपने पोर्टफोलियो को देखिए, कौन‑से स्टॉक ने अच्छा किया और कौन‑से नहीं। अगर कोई शेयर लगातार नुकसान दे रहा हो तो उसे बदलने पर विचार करें। यह काम सिर्फ बड़े निवेशकों के लिए नहीं; छोटे निवेशकों को भी इसे आदत बना लेनी चाहिए।
म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने वालों को ध्यान देना चाहिए कि फ़ण्ड मैनेजर का ट्रैक रिकॉर्ड कैसा है। अक्सर लोग केवल रिटर्न देख कर चुनते हैं, पर फ़ीस और टर्नओवर भी महत्वपूर्ण होते हैं। कम फ़ीस वाले इंडेक्स फ़ण्ड अक्सर बेहतर विकल्प बनाते हैं क्योंकि वे बाजार की औसत रिटर्न को फॉलो करते हैं और लागत कम रहती है।
गोल्ड या सोने के ETFs भी एक सुरक्षित बचाव हो सकते हैं, खासकर जब मार्केट में अस्थिरता बढ़ी हो। ये आपको भौतिक गोल्ड रखने की झंझट से मुक्त रखते हैं और तुरंत खरीदे‑बेचे जा सकते हैं।
अंत में, अपना वित्तीय लक्ष्य लिख लें और उसे नियमित रूप से अपडेट करें। चाहे बचत का लक्ष्य हो या रिटायरमेंट फंड, स्पष्ट लक्ष्य होने पर आप अनावश्यक खर्चों को काट पाएंगे और निवेश के लिए अधिक धन सुरक्षित रखेंगे। याद रखें, लगातार छोटे‑छोटे कदम ही बड़े बदलाव लाते हैं।
तो अब जब आपके पास एक साफ़ प्लान है, तो देर क्यों? आज ही थोड़ा समय निकालिए, अपने लक्ष्य सेट कीजिये और बाजार में पहला कदम उठाइए। सही सलाह, निरंतर सीख और धैर्य के साथ आप भी सफल निवेशक बन सकते हैं।
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