स्विगी के IPO से पहले निवेशकों को सलाह
फूड डिलीवरी सेवा स्विगी के IPO को लेकर कई दलाल फर्मों और उद्योग विशेषज्ञों ने निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी है। स्विगी का IPO 6 नवंबर को शुरू होने जा रहा है, जिसका उद्देश्य लगभग 11,327.43 करोड़ रुपये जुटाना है। इस IPO का नया इश्यू हिस्सा 11.54 करोड़ इक्विटी शेयरों का है जिसकी कीमत 4,499 करोड़ रुपये है और OFS (ऑफर-फॉर-सेल) का हिस्सा 17.51 करोड़ शेयरों का है जिसकी लागत 6,828.43 करोड़ रुपये है।
SAMCO सिक्योरिटीज का कहना है कि स्विगी को निवेशक उसी समय गंभीरता से ले जब वे अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार और स्थायी बढ़ोतरी का स्पष्ट मार्ग दिखा सके। वर्तमान में, स्विगी घाटे में घूम रहा है, जबकि उसका प्रतिद्वंदी, Zomato Limited, हाल ही में मुनाफा अर्जित करने में सफल हुआ है। स्विगी की मौजूदा वित्तीय स्थिति, प्रतिस्पर्धात्मक दबाव, संबंधित जोखिम, और वैल्यूएशन के चलते, इसका IPO ओवरवैल्यूड प्रतीत होता है।
स्विगी की वित्तीय स्थिति
स्विगी ने वित्तीय वर्ष 2024 में 2,350 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया, जो FY23 के 4,179 करोड़ रुपये के मुकाबले 44% कम था। इसी अवधि में, कंपनी की आय में 36% की वृद्धि हुई और यह 11,247 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। हालांकि, यूजर को आकर्षित करने, ब्रांड की दृश्र्यता बढ़ाने और सेवा प्रस्तावों में सुधार के लिए बड़े निवेश की आवश्यकता पड़ी है।
अवसर और चुनौतियाँ
स्विगी, 2014 में अपनी स्थापना से ही लगातार घाटे में है, जिसका मुख्य कारण भारी परिचालन खर्च है। कंपनी की भावी लाभप्रदता इस बात पर निर्भर करती है कि वह अपने खर्चों को प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर सके और पर्याप्त राजस्व वृद्धि उत्पन्न कर सके। अगर स्विगी इस संतुलन को प्राप्त नहीं कर सका, तो आने वाले वर्षों में उसे महत्वपूर्ण नुकसानों का सामना करना पड़ सकता है।
बजाज ब्रोकिंग ने स्विगी के व्यवसाय के प्रमुख जोखिमों की ओर इशारा किया, जिनमें Zomato, Zepto और नए बाजार के प्रवेशकों से तेज प्रतिस्पर्धा शामिल है। अन्य जोखिमों में शीर्ष 50 भारतीय शहरों से भारी परिवहन की निर्भरता और खाद्य वितरण नियमों में बदलाव की संभावित चुनौतियाँ शामिल हैं।
वित्तीय विवरणों पर एक नजर
वित्तीय वर्ष | कुल आय | शुद्ध घाटा |
---|---|---|
FY22 | 6,119.78 करोड़ रुपये | 3,628.90 करोड़ रुपये |
FY23 | 8,714.45 करोड़ रुपये | 4,179.31 करोड़ रुपये |
FY24 | 11,634.35 करोड़ रुपये | 2,350.24 करोड़ रुपये |
Q1 FY25 (जून 2024 तक) | 3,310.11 करोड़ रुपये | 611.01 करोड़ रुपये |
इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि कंपनी को लगातार वित्तीय नुकसान हो रहे हैं। इस प्रकार, विशेषज्ञों का सुझाव है कि जब तक स्विगी अपनी वित्तीय स्थिति और वृद्धि दृष्टिकोण में सुधार नहीं करता, तब तक निवेशकों को स्विगी के IPO में निवेश करने से बचना चाहिए। कंपनी को निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अपने खर्च को संतुलित करने और अपनी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है।
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