मास्क से जुड़े ताज़ा ख़बरें और उपयोगी जानकारी

नमस्ते! आजकल मास्क हर घर में है, लेकिन कई लोग अभी भी सही तरीका नहीं जानते। यहाँ हम आपको आसान भाषा में बताएंगे कि किस तरह का मास्क चाहिए, उसे कैसे पहनना है, और रख‑रखाव के टिप्स क्या हैं। पढ़िए और अपनी सुरक्षा को बढ़ाइए।

क्यों है जरूरी मास्क?

हवा में फैलने वाले वायरस या धूल से बचाने के लिए मास्क सबसे असरदार उपायों में से एक है। जब हम खांसते‑छींकते हैं, तो छोटे‑छोटे बूंदे बाहर निकलती हैं; मास्क इन्हें पकड़ लेता है और दूसरों को संक्रमित होने से रोकता है। साथ ही, धूल‑धुआँ या पोलन जैसे एलर्जी कारकों से भी बचाव करता है। इसलिए घर से बाहर जाते समय हमेशा एक साफ़ मास्क रखें।

मास्क के प्रकार और सही इस्तेमाल

बाजार में कई तरह के मास्क मिलते हैं – कपड़ा, सर्जिकल, एन-95 आदि। यदि आप सामान्य रोज़मर्रा की यात्रा कर रहे हैं तो दो‑तीन बार धोएँ जाने वाला कपड़े का मास्क पर्याप्त है। डॉक्टर या अस्पताल जैसे जगहों पर सर्जिकल या एन-95 बेहतर रहेगा क्योंकि ये छोटे‑छोटे कणों को ज्यादा फ़िल्टर करते हैं।

मास्क पहनने से पहले हाथ साफ़ करें, फिर इसे नाक और मुँह के चारों ओर पूरी तरह फिट करें। यदि किनारे खुलते हों तो स्ट्रैप्स को थोड़ा टाइट कर दें ताकि हवा बाहर नहीं निकल सके। याद रखें, मास्क सिर्फ नीचे तक नहीं, ऊपर की तरफ भी पूरी तरह कवर होना चाहिए।

रख‑रखाव आसान है – कपड़े के मास्क को रोज़ाना धुलें और सूखे जगह पर रखिए। सर्जिकल या एन-95 जैसे डिस्पोजेबल मास्क एक ही दिन में फेंक दें, खासकर जब वो गीले या गंदे लगें। अगर आप बार‑बार वही मास्क इस्तेमाल कर रहे हैं तो हर 4‑5 घंटे बाद बदल देना बेहतर रहेगा।

भूलिए मत कि मास्क केवल वायरस से नहीं बचाता, बल्कि सर्दी‑जुकाम और एलर्जी के लक्षण को भी कम करता है। इसलिए जब भी मौसम में बदलाव हो या हवा में धूल ज्यादा हो, एक नया साफ़ मास्क पहनें।

कई लोग मानते हैं कि दो‑तीन बार धोया हुआ मास्क ठीक नहीं रहता, लेकिन सही तरीके से धुले तो वह फिर से प्रभावी बन जाता है। सिर्फ डिटर्जेंट की हल्की मात्रा और ठंडे पानी में धोना पर्याप्त है। अगर मसाज या फ्रीज़र का उपयोग किया जाए तो कपड़े के फ़ाइबर कमजोर हो सकते हैं।

खरीदते समय देखें कि मास्क में कई लेयर हों, खासकर निचली पर एक वाटर‑रेपेलेंट कोट हो और ऊपर की तरफ फिल्टरिंग लेयर हो। ऑनलाइन या स्टोर से खरीदें तो पैकेज पर ‘प्रमाणित’ या ‘BIS मानक’ वाला चिह्न देखें। इससे आपको गुणवत्ता का भरोसा रहेगा।

तो बस, अब आप मास्क को सही तरह से चुनने और इस्तेमाल करने के बारे में जान चुके हैं। अगली बार जब बाहर जाएँ, तो यह छोटा सा कदम आपके और दूसरों की सुरक्षा को बढ़ाएगा। स्वस्थ रहें, सुरक्षित रहें!

वायु प्रदूषण से जूझते दिल्ली-एनसीआर में बढ़ी एयर प्यूरीफायर और मास्क की मांग: समस्या और समाधान पर एक नजर

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