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सित॰ 8 2025 - समाचार
अगर आप AI की दुनिया को फॉलो करते हैं, तो ‘Google Gemini AI’ का नाम ज़रूर सुनते होंगे। गूगल ने अपने बेजोड़ सर्च तकनीक को एकदम नई चैटबॉट फॉर्मेट में बदल दिया है। मतलब, अब सवाल पूछो, काम लिखवाओ, या कोई रचनात्मक आइडिया चाहिए – सब एक ही जगह मिल जाता है।
सबसे बड़ा फ़ायदा है मल्टी‑मॉडल सपोर्ट। टेक्स्ट के साथ‑साथ इमेज, विजुअल डेटा और यहाँ तक कि कोड भी समझता है। इससे प्रॉम्प्ट बनाते समय आप फोटो अपलोड करके उसका विवरण माँग सकते हैं या कोड का डिबगिंग करवा सकते हैं।
दूसरी ख़ास बात है बहुभाषी क्षमता। गूगल ने इसे कई भारतीय भाषाओं – हिंदी, मराठी, तमिल, बांग्ला आदि – में ट्रेन किया है। अब आप अंग्रेज़ी की बजाय अपनी मातृभाषा में सवाल पूछ सकते हैं और वही गुणवत्ता वाला जवाब मिलेगा।
Gemini का एक और आकर्षक फ़ीचर है रियल‑टाइम डाटा इंटीग्रेशन। सर्च इंजन की रफ़्तार से जुड़ा होने के कारण यह अद्यतन ख़बरें, मौसम जानकारी या शेयर मार्केट रेट्रेस भी तुरंत दे सकता है।
शुरू में गूगल के ‘Bard’ एप्लिकेशन या मोबाइल ऐप खोलें, और प्रॉम्प्ट बॉक्स में अपना सवाल टाइप करें। अगर इमेज आधारित सवाल है तो ‘अपलोड’ बटन से फ़ाइल डाल दें। जवाब तुरंत नीचे दिखेगा, और आप ‘सीखें अधिक’ पर क्लिक करके विस्तार में जा सकते हैं।
यदि आप डेवलपर हैं तो Gemini API भी उपलब्ध है। API की मदद से आप अपने प्रोजेक्ट में चैटबॉट, कस्टम सर्च या ऑटो‑रिकमेंडेशन फीचर इंटिग्रेट कर सकते हैं। बस गूगल क्लाउड कंसोल में साइन‑अप करके API कुंजी ले लीजिए, फिर डॉक्यूमेंटेशन फॉलो करके कोड सेट‑अप कर लीजिए।
बहु‑उपयोगकर्ता टीम वर्क में भी मदद मिलती है। Gemini को गूगल वर्कस्पेस के साथ लिंक करने से डॉक्यूमेंट का सारांश बनवाना, मीटिंग नोट्स तैयार करना या प्रेजेंटेशन स्लाइड बनाना आसान हो जाता है।
कुछ लोग पूछते हैं, ‘डेटा प्राइवेसी कैसे रखी जाएगी?’ गूगल ने कहा है कि सभी यूज़र डेटा को एन्क्रिप्ट किया जाता है और केवल सेवा सुधार व व्यक्तिगत अनुभव के लिए इस्तेमाल किया जाता है। आप सेटिंग्स में जाके डेटा स्टोरेज विकल्प बदल सकते हैं।
ऐसे कई छोटे‑छोटे टिप्स हैं जो आपकी अनुभव को बेहतर बना सकते हैं: प्रश्न को स्पष्ट रखें, आवश्यक कंटेक्स्ट दे, और अगर आपको विस्तृत उत्तर चाहिए तो ‘विस्तार से बताओ’ लिखें। इससे Gemini आपके इरादे को ठीक समझता है।
भारत में Gemini AI की धूम अब तक बढ़ती ही जा रही है। कई स्टार्टअप्स ने इसे ग्राहक सपोर्ट, कंटेंट जेनरेशन और डेटा एनालिटिक्स में अपनाया है। खासकर शिक्षा क्षेत्र में यह छात्रों को व्यक्तिगत ट्यूशन और रिवीजन मैटेरियल प्रदान करने में मददगार साबित हो रहा है।
भविष्य में गूगल Gemini AI और भी स्मार्ट बनने का वादा कर रहा है। नई अपडेट्स में ऑडियो‑ट्रांसक्रिप्शन, वीडियो‑से विश्लेषण और वॉइस असिस्टेंट इंटीग्रेशन शामिल हो सकते हैं। तो अगर आप अभी नहीं ट्राई कर रहे, तो आज ही गूगल की साइट पर जाँचें और इस एआई को अपने काम का पार्टनर बनाएं।
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