जब भारत महिला क्रिकेट टीम ने चौथे अक्टूबर को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 6 विकेट से जीत हासिल की, तो सभी को पता चल गया कि इस सीरीज़ का अंतिम मोड़ कितना रोमांचक था। जीत सिर्फ 2-1 से सीरीज़ जीतना नहीं, बल्कि टीम की आत्मविश्वास की पुनर्सेटलमेंट थी, जो पहले के दो मैचों में मिली उलटी स्थिति से बिल्कुल उलटा था।
पिछले मुकाबलों का संक्षिप्त इतिहास
भारत‑न्यूज़ीलैंड महिला ODI द्वयँ का टकराव पहले भी कई बार हुआ है, पर 2024 के इस टूर में दोनों टीमें अपनी रणनीति बदल चुकी थीं। पहले दो मैचों में भारत ने एक‑एक जीत पकड़ी, लेकिन न्यूज़ीलैंड ने जीत के लिए बहुत तड़प दिखाया। इस वजह से तीसरा मैच, जो निर्णायक था, दोनों तरफ़ से दबाव का बिंदु बन गया।
मैच की पूरी कहानी
न्यूज़ीलैंड ने टॉस जीत कर पहले बैटिंग करने का फैसला किया। शुरुआती ओवर में wickets गिरने की शक्ल दिखी, पर ब्रूक हॅलीडे ने 96 गेंदों में 86 रन बनाकर टीम को स्थिर किया। उसका ऑफ़‑स्ट्राइक पावरहाउस दिखता रहा, विशेषकर 15‑20 मिनट में वह 30 रन की धूम मचा गई। जॉर्जिया प्लीमर ने 39 रन जोड़े, जबकि इज़ी गेज ने मध्य ओवरों में स्थिरता प्रदान की। अंत में लिया ताहुहू ने कुछ तेज़ बॉल्स के साथ स्कोर को 232/10 तक ले गया।
भारत की पिच पर सादा बॉलिंग देखकर शुरुआती ओवरों में शफ़ाली वर्मा का सिर काट लिया गया – सिर्फ 16 रन। लेकिन स्मृति मंदाना ने खुद को संभाला। पहले की असफलताओं को याद कर उसने टेम्पो कम किया, फिर 122 गेंदों में 100 बनाकर अपनी आठवीं ODI शतक हासिल की। उसके साथ यस्तिका भाटिया ने 35 रन जोड़े; उनका 76‑रन का दूसरा विकेट साझेदारी लक्ष्य को सुरक्षित करने में अहम रही। अंत में कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 59* बनाकर टीम को 44.2 ओवर में लक्ष्य तक ले गई।
मुख्य कलाकारों की समीक्षाएँ
- दीप्ति शर्मा ने 10 ऑवर में 3 विकेट लिए, स्पिन में उनकी लीनता और वेरिएशन ने न्यूज़ीलैंड के बैटरों को हताश कर दिया।
- प्रिया मिश्रा ने 2 विकेट लिए, मध्यम गति की ‘सेक’ बोइलर के रूप में टीम को गहराई दी।
- हेनना रोव ने न्यूज़ीलैंड की ओर से 2 विकेट लिए, पर अंत में बहुत देर हो गई।
टॉर्नामेंट पर प्रभाव और भविष्य की राह
इस जीत से भारत महिला टीम का ICC महिला वनडे चैंपियनशिप में रैंकिंग में एक अतिरिक्त अंक जुड़ गया। अब वे कोरिया‑आधारित 2025 ODI विश्व कप की सीधा क्वालिफिकेशन के करीब पहुंच गई हैं। दूसरी ओर, न्यूज़ीलैंड की अब छठी पोजीशन पर पहुंचने की कोशिश कठिन हो गई, क्योंकि सीरीज़ ड्रॉ कर उनका पॉइंट कम हो गया।
कोच राहुल दास ने कहा, “टारगेट चेज़ में हमें बहुत धैर्य रखना पड़ा, और स्मृति ने अनुभव को शब्दों में बदल दिया।” दूसरी ओर, न्यूज़ीलैंड के कप्तान हेलेन आल्बर्ट ने निराशा जताते हुए कहा, “हमें अभी महत्वपूर्ण सुधार करने की जरूरत है, खासकर अंत के ओवरों में।”
आगे क्या उम्मीदें?
वर्ल्ड कप की पूर्व विदी में अब भारत के पास दो प्रमुख फॉर्मेट में अपनी पकड़ है – टेस्ट और वनडे। अगले महीने में दोनों टीमों को एशिया में एक ट्राय‑सिरीज़ में फिर से मिलना तय है, जहाँ नई रणनीतियों को परखा जाएगा। वहीं, भारतीय दर्शकों ने इस मैच को उच्चतम टीव्ही रेटिंग पर देखा, जो दर्शाता है कि महिला क्रिकेट अब राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी आकर्षक खिड़की बन चुकी है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
स्मृति मंदाना ने इस शतक में क्या खास किया?
स्मृति ने 122 गेंदों में 100 बनाते हुए अपना स्ट्राइक रेट 81.96 रखा। उसने पहली 30 गेंदों में खुद को संभाला, फिर धीरे‑धीरे रनों का भंडार खोलते हुए साझेदारी को स्थिर किया। इस शतक ने उसे मिताली राज के बराबर कर दिया, जिससे वह भारतीय महिला क्रिकेट में एक नई माइलस्टोन पर पहुंच गईं।
दीप्ति शर्मा को सीरीज़ का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी क्यों चुना गया?
दीप्ति ने तीन ओवरों में 3 विकेट लिए और पूरे टूर में 9 विकेट लिए, साथ ही उनका औसत 22.33 था। उनकी पिच-परिस्थिति के अनुसार स्पिन बदलने की क्षमता ने न्यूज़ीलैंड के टॉप ऑर्डर को बाधित किया, जिससे वह सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ बनीं।
इस जीत से भारत को विश्व कप क्वालिफिकेशन में क्या लाभ होगा?
वर्तमान में भारत महिला टीम ICC महिला वनडे चैंपियनशिप में पाँचवां स्थान रखती है। इस जीत से उन्हें दो अंक मिलेंगे, जिससे उनका पॉइंट्स टेबल में स्थिरता आएगी और सीधा क्वालिफाइंग स्लॉट सुरक्षित करने की संभावना बढ़ेगी।
नई ज़ीलैंड की टीम पर अब कौन सी चुनौतियां हैं?
छठे स्थान पर रहकर उन्हें अब औसत से बेहतर प्रदर्शन करना होगा। उन्हें अपनी मध्य‑ऑवर की स्थिरता और फाइनलाइन में विकेट लेने की क्षमता में सुधार करना पड़ेगा, वरना सीधा क्वालिफिकेशन उनके लिए मुश्किल हो सकता है।
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