देवशयनी एकादशी 2024: आषाढ़ शुक्ल पक्ष एकादशी का महत्व और पूजा विधि
जुल॰ 18 2024 - धर्म संस्कृति
जब भी हिंदू कैलेंडर में जैनवरी‑फ़रवरी‑मार्च‑अप्रैल का समय आता है, तो कई लोग चातुर्मास की बात सुनते हैं। ये चार महीने का अवधि नहीं, बल्कि एक विशेष धार्मिक रिवाज है जिसमें लोग उपवास, प्रार्थना और नैतिकता पर ध्यान देते हैं। इस लेख में हम सरल भाषा में बताएँगे कि चातुर्मास कैसे शुरू होता है, किन नियमों को फॉलो करना चाहिए और घर में इसे आसानी से कैसे मनाया जा सकता है।
पहला कदम है तारीखें जानना। चातुर्मास आमतौर पर कृष्ण पक्ष की शुक्ल-अष्टमी (जैसे कि ग्रिहस्त) से शुरू होकर अगले महीने के द्वितीया तिथि तक चलता है, यानी लगभग 108 दिन। इस दौरान प्रमुख नियम ये हैं:
इन नियमों का पालन करने से शारीरिक स्वास्थ्य बेहतर रहता है और मन में सकारात्मक ऊर्जा आती है। अगर आप पहली बार कर रहे हैं तो हल्का उपवास रखें, जैसे सिर्फ़ फल‑साबुत अनाज। धीरे‑धीरे समय के साथ आप पूरी तरह से व्रत की आदत बना सकते हैं।
बहुतेरे लोग मानते हैं कि घर का माहौल भी पवित्र होना चाहिए। यहाँ कुछ सरल उपाय हैं जिन्हें आप तुरंत लागू कर सकते हैं:
इन सरल कदमों से आप अपने परिवार में चातुर्मास का सकारात्मक माहौल बना सकते हैं। याद रखें, बड़ा बदलाव एक दिन में नहीं आता; छोटे‑छोटे सुधार ही बड़ी सफलता लाते हैं।
अगर अभी भी सवाल है जैसे "कब तक उपवास रखना चाहिए" या "क्या फल‑जूस ठीक रहेगा", तो नीचे कमेंट सेक्शन में लिखें – हम आपके हर शंका का जवाब देंगे। इस चातुर्मास को अपनाने से न सिर्फ़ आप आध्यात्मिक रूप से मजबूत बनेंगे, बल्कि शरीर भी स्वस्थ रहेगा।
© 2025. सर्वाधिकार सुरक्षित|