भारत बनाम कुवैत: FIFA वर्ल्ड कप 2026 क्वालिफायर्स में जीत होगी सुनील छेत्री के लिए विदाई का तोहफा, बोले सुभाशीष बोस

भारत बनाम कुवैत: FIFA वर्ल्ड कप 2026 क्वालिफायर्स में जीत होगी सुनील छेत्री के लिए विदाई का तोहफा, बोले सुभाशीष बोस

भारत बनाम कुवैत: FIFA वर्ल्ड कप 2026 क्वालिफायर्स में सुनील छेत्री की विदाई

सुभाशीष बोस, जो कि मोहन बागान सुपर जायंट के कप्तान और भारत के लेफ्ट बैक खिलाड़ी हैं, ने आगामी मैच को लेकर अपनी राय रखी है। उन्होंने बताया कि कुवैत के खिलाफ मैच भारतीय फुटबॉल के इतिहास में महत्वपूर्ण मोड़ हो सकता है। इस महत्वपूर्ण मुकाबले में जीत से न केवल टीम का मनोबल ऊंचा होगा बल्कि यह सुनील छेत्री के लिए भी एक अद्वितीय विदाई का तोहफा साबित हो सकता है।

सुनील छेत्री का यह अंतिम मैच होगा और उन्होंने अपनी पूरी करियर में न केवल असाधारण प्रदर्शन किया बल्कि अपने अनुभव और मार्गदर्शन से कई युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा भी बने। छेत्री के जाने से टीम में एक बड़ा खालीपन होगा, लेकिन सुभाशीष बोस टीम की नई प्रतिभाओं और उनके नेतृत्व पर पूरी तरह से विश्वास जताते हैं।

युवा खिलाड़ियों की भूमिका

बोस ने लल्लिनजुआला छंग्टे, मनवीर सिंह और रहीम अली जैसे खिलाड़ियों का जिक्र करते हुए कहा कि ये सभी बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और कठिन हालात में भी नतीजे देने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों ने हमेशा अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से टीम को मुकाबलों में जीत दिलाने में सहयोग दिया है। युवा खिलाड़ियों की इन भूमिकाओं और उनका उत्साह, टीम को जीत तक पहुंचाने के लिए अनिवार्य है।

दैनिक तैयारियों का महत्व

सुभाशीष बोस ने विशेष रूप से उस लंबे प्रशिक्षण शिविर की भी चर्चा की जिसका उद्देश्य खिलाड़ियों को फिटनेस और रणनीति में सुधार करना था। इस शिविर ने न केवल खिलाड़ियों को शारीरिक रूप से तैयार किया बल्कि टीम के बीच समन्वय बढ़ाने में भी सहायता की। कड़ी ट्रेनिंग और अभ्यास ने टीम को मैच के दौरान चुनौतीपूर्ण और उमस भरे मौसम के लिए तैयार किया।

कुवैत टीम की ताकत

भारतीय टीम की तैयारियों के अलावा, बोस ने कुवैत की टीम की भी ताकत का जिक्र किया, खासकर उनके तेजतर्रार विंगर्स और मजबूत डिफेंस की। कुवैत की टीम का आक्रमण और रक्षा दोनों में ही संतुलन है, जिससे वे एक मजबूत प्रतिद्वंदी साबित होते हैं। हालांकि, भारतीय टीम की तैयारी और उत्साह को देखते हुए, बोस को विश्वास है कि उनकी टीम जीत हासिल कर सकती है।

महत्वपूर्ण मुकाबला

यह मैच भारत के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके परिणामस्वरूप टीम को 2027 एशियन कप के फाइनल राउंड्स के लिए क्वालीफाई करने में मदद मिल सकती है। एक मजबूत प्रदर्शन न केवल छेत्री की विदाई को यादगार बनाएगा, बल्कि भारतीय फुटबॉल में एक नई ऊर्जा का संचार करेगा।

सभी भारतीय फुटबॉल प्रेमियों की नजरें इस अत्यंत महत्वपूर्ण मुकाबले पर टिकी होंगी और टीम के खिलाड़ियों को भी अपनी पूरी क्षमता के साथ खेलना होगा। यदि भारतीय टीम जीत हासिल करती है तो यह भारतीय फुटबॉल के लिए एक नए युग की शुरुआत होगी और सुनील छेत्री को एक यादगार विदाई मिलेगी।

Shifa khatun

लेखक के बारे में

Shifa khatun

मैं एक स्वतंत्र पत्रकार हूँ जो भारत में दैनिक समाचारों के बारे में लिखती हूँ। मुझे लेखन और रिपोर्टिंग में गहरी रुचि है। मेरा उद्देश लोगों तक सटीक और महत्वपूर्ण जानकारी पहुँचाना है। मैंने कई प्रमुख समाचार पत्रों और वेबसाइट्स के लिए काम किया है।

टिप्पणि (18)

  1. charan j

    charan j - 6 जून 2024

    फिर से ये बकवास। छेत्री का जाना तो होगा ही, लेकिन इस मैच से कुछ नहीं बदलेगा।

  2. Kotni Sachin

    Kotni Sachin - 7 जून 2024

    मैं बिल्कुल सहमत हूँ... ये मैच बस एक शुरुआत है, और सुनील छेत्री के लिए ये एक अद्भुत, भावुक, और ऐतिहासिक विदाई हो सकती है... लेकिन ये तभी होगा, जब हम युवाओं को वास्तविक अवसर दें, और सिर्फ ट्रेनिंग नहीं, बल्कि विकास का नेतृत्व भी दें।

  3. Nathan Allano

    Nathan Allano - 7 जून 2024

    सच कहूँ तो, ये मैच बस एक खेल नहीं, बल्कि एक बदलाव का प्रतीक है। छेत्री ने हमें सिखाया कि लगन क्या होती है... और अब लल्लिनजुआला, मनवीर, रहीम जैसे लोगों को उसी रास्ते पर चलना है। टीम का नेतृत्व अब नए हाथों में है, और मैं विश्वास करता हूँ कि वो इसे संभाल पाएंगे।

  4. Guru s20

    Guru s20 - 8 जून 2024

    कुवैत की डिफेंस तो बहुत मजबूत है, लेकिन हमारे युवा खिलाड़ी अब उसे तोड़ सकते हैं। बस थोड़ा आत्मविश्वास चाहिए।

  5. Raj Kamal

    Raj Kamal - 8 जून 2024

    मुझे लगता है कि ये मैच बहुत ज्यादा ज्यादा ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर हम जीत गए तो अगले एशियाई कप के लिए क्वालीफाई हो जाएंगे और फिर वो युवा खिलाड़ी जिनका जिक्र है वो अपने अपने राज्यों में और भी ज्यादा प्रेरित होंगे और फुटबॉल के लिए और भी ज्यादा बच्चे आएंगे और ये सब एक बड़ा बदलाव है जिसे हम देख रहे हैं।

  6. Rahul Raipurkar

    Rahul Raipurkar - 8 जून 2024

    यहाँ तक कि एक भावुक विदाई के लिए भी एक जीत की आवश्यकता है? यह एक खेल है, न कि एक नाटक। अपनी भावनाओं को रियलिटी से अलग न करें।

  7. PK Bhardwaj

    PK Bhardwaj - 10 जून 2024

    स्ट्रैटेजिक फिटनेस और टीम कोहेशन के लिए शिविर बहुत जरूरी था। अब ये बात बाकी है कि क्या इंडियन फुटबॉल की इंस्टिट्यूशनल इंफ्रास्ट्रक्चर इस ट्रांसफॉर्मेशन को सपोर्ट कर पाएगी।

  8. Soumita Banerjee

    Soumita Banerjee - 12 जून 2024

    क्या आपको लगता है कि ये बातें किसी के लिए असली हैं? मैंने देखा है ऐसे ही 10 मैच खेले गए हैं, और फिर क्या हुआ? बस एक नया नाम बन गया।

  9. Navneet Raj

    Navneet Raj - 12 जून 2024

    मैं इस टीम के लिए बहुत गर्व महसूस करता हूँ। ये युवा खिलाड़ी अपनी नींव बना रहे हैं। बस थोड़ा समय दो, वो बड़े हो जाएंगे।

  10. Neel Shah

    Neel Shah - 14 जून 2024

    ये सब बकवास है... छेत्री को जाने दो... और फिर देखो कि ये नए खिलाड़ी कितने फ्लॉप होते हैं 😂😭

  11. shweta zingade

    shweta zingade - 15 जून 2024

    मैं रो रही हूँ... ये मैच बस एक मैच नहीं... ये एक सपना है... जिसे छेत्री ने बनाया... और अब ये युवा खिलाड़ी उसे पूरा करेंगे... 🙏❤️🔥

  12. Pooja Nagraj

    Pooja Nagraj - 16 जून 2024

    क्या आपने कभी सोचा है कि फुटबॉल एक ऐसा खेल है जिसमें व्यक्तित्व का विस्तार होता है, न कि केवल अंकों का? छेत्री की विदाई एक अस्तित्व का अंत है, जिसे एक जीत के द्वारा नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक उत्कृष्टता के द्वारा अमर किया जाना चाहिए।

  13. Anuja Kadam

    Anuja Kadam - 16 जून 2024

    कुवैत के खिलाफ जीत नहीं तो भी छेत्री के लिए अच्छा होगा... मुझे लगता है टीम बहुत अच्छी है... लेकिन फिर भी थोड़ा गलत है...

  14. Pradeep Yellumahanti

    Pradeep Yellumahanti - 18 जून 2024

    इस देश में फुटबॉल के लिए कोई निवेश नहीं है। छेत्री एक अपवाद थे। ये युवा खिलाड़ी भी उसी तरह टूट जाएंगे। अगर तुम्हारे पास बेस्ट प्लेयर हैं, तो उन्हें अच्छा वेतन दो।

  15. Shalini Thakrar

    Shalini Thakrar - 19 जून 2024

    मैं बहुत खुश हूँ कि ये टीम नए लोगों को मौका दे रही है... जब मैं छोटी थी, तो कोई भी लड़की फुटबॉल नहीं खेलती थी... अब ये बदल रहा है... ❤️⚽

  16. pk McVicker

    pk McVicker - 20 जून 2024

    बस जीत दे दो।

  17. Laura Balparamar

    Laura Balparamar - 21 जून 2024

    अगर ये मैच हार गए तो भी छेत्री की विदाई यादगार रहेगी। इस टीम को देखकर लगता है कि भविष्य अच्छा है।

  18. Shivam Singh

    Shivam Singh - 22 जून 2024

    कुवैत के खिलाफ जीत के बाद भी कोई नहीं बदलेगा... फिर भी बात बनी हुई है... अच्छा है कि छेत्री जा रहे हैं... ये टीम तो बस बोल रही है...

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