मुख्य कंपनियों की ताज़ा ख़बरें
बैंकिंग से लेकर एयरोस्पेस तक, भारत के स्टॉक्स आज कई कारणों से चर्चा में हैं। सबसे पहले स्पाइसजेट की बात करें तो, एयरलाइन ने अपने Q4 FY25 में 319 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो पिछले क्वार्टर से 12 गुना अधिक है। इस वृद्धि के पीछे दो कारक प्रमुख हैं: यील्ड में बेहतर प्रदर्शन और लागत में कठोर अनुशासन। साल 2024‑25 के पूरे वर्ष में कंपनी ने 48 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया – यह पहली बार है जब FY18 के बाद से एयरलाइन ने वार्षिक लाभ बनाया है। लोड फैक्टर 88.1% तक पहुंच गया और EBITDA दो गुना से अधिक हो गया, जिससे निवेशकों को श्वास मिली है। इसके अलावा, प्रमोटर ने 500 करोड़ रुपये की इक्विटी इन्फ्यूजन कर दी, जिससे बैलेंस शीट की स्थिरता में इजाफा हुआ।
दूसरी ओर, सन् फार्मा को regulatory दबाव का सामना करना पड़ रहा है। US FDA ने हाल ही में हलोल प्लांट का निरीक्षण किया और Form 483 जारी किया, जिसमें आठ निरीक्षण बिंदु अंकित हैं। यह साइट 2022 में FDA के एक वार्निंग लेटर के बाद से import alert में है, इसलिए ये नए observation निवेशकों के लिये चिंता का कारण बन सकते हैं। हलोल प्लांट कंपनी की उत्पादन क्षमताओं में प्रमुख है, इसलिए कोई भी नियामक बाधा कंपनी के बिक्री और लाभ पर असर डाल सकती है।
खनन क्षेत्र की बड़ी खिलाड़ी वेदान्ता ने बोर्ड मीटिंग का एजेन्डा रखा है, जिसमें interim डिविडेंड पर फैसला होगा। यह 2026 वित्तीय वर्ष के लिए पहला डिविडेंड प्रस्ताव है और 24 जून को रिकॉर्ड डेट तय किया गया है, जो कंपनी की वित्तीय ताकत पर भरोसा दर्शाता है।
बजाज फाइनेंस भी एक महत्वपूर्ण कॉर्पोरेट कदम उठा रहा है। अगले सोमवार से शेयर एक्स‑बोनस और एक्स‑स्टॉक‑स्प्लिट पर ट्रेड करेंगे। कंपनी ने 4:1 बोनस इश्यू और शेयरों को 2 रुपए से 1 रुपए में विभाजित करने की घोषणा की थी, जो इस साल के क़्वार्टरली परिणामों के साथ आया था। इस कदम से छोटे निवेशकों को लिक्विडिटी मिलने की उम्मीद है और बड़े शेयरधारकों की हिस्सेदारी में भी बदलाव आएगा।

बाजार की स्थिति और वैश्विक कारक
घरेलू बाजार के खुले की उम्मीद सकारात्मक है। GIFT NIFTY फ्यूचर्स संकेत दे रहे हैं कि NIFTY‑50 लगभग 67 पॉइंट्स ऊपर शुरू हो सकता है। फिर भी, निवेशकों में सतर्कता बनी हुई है क्योंकि पश्चिम एशिया में इज़राइल‑ईरान तनाव तेज़ हो रहा है। इस तनाव के कारण तेल की कीमतें तेज़ी से बढ़ रही हैं; पिछले शुक्रवार के बाद से बीजिंग तेल की कीमतों में उल्लेखनीय उछाल आया है। मिडल ईस्ट में संभावित आपूर्ति व्यवधान के डर से तेल‑संबंधित शेयरों में अचानक उछाल देखा जा रहा है, जिससे पूरे बाजार के मूड पर असर पड़ सकता है।
उच्च तेल कीमतें न केवल एनर्जी सेक्टर को बल्कि इन्फ्लेशन के दबाव को भी बढ़ा सकती हैं, जिससे RBI की मौद्रिक नीति में बदलाव की संभावना बढ़ सकती है। इस परिप्रेक्ष्य में, निवेशकों को दोनों – वैजिटेबल स्टॉक्स और डिफेंसिव सेक्टर – पर संतुलित दृष्टिकोण रखना चाहिए।
इन्हीं सब के बीच, कुछ अन्य कंपनियों की भी खबरें धूम मचा रही हैं। ITC के पास नई विज्ञापन रणनीति और फूड‑बिजनेस में विस्तार की संभावनाएँ दिखाई दे रही हैं। Infosys ने क्लाउड‑सर्विसेज़ में नए ग्राहक हासिल किए हैं, जो उसके लाभ मार्जिन को और मजबूत कर सकते हैं। NTPC ने अक्षय ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश बढ़ाया है और नज़रज़ारा टेक्नोलॉजीज़ ने अपने गेम‑ऑफ़‑लाइन में नई एंटरटेनमेंट प्रोडक्ट्स लॉन्च किए हैं।
- ITC – फूड‑बिजनेस और एडवर्टाइजिंग में नई पहल
- Infosys – क्लाउड‑सर्विसेज़ में विस्तार
- NTPC – सॉलर और विंड प्रोजेक्ट्स में निवेश
- नाज़ारा टेक्नोलॉजीज़ – मोबाइल गेमिंग पोर्टफ़ोलियो का विस्तार
समग्र तौर पर, 16 जून को ट्रेडिंग सत्र में कई मोड़ आ सकते हैं। जियो‑पॉलिटिकल जोखिम, तेल की अस्थिरता और कंपनी‑स्पेसिफिक विकास मिलकर बाजार के रुझानों को आकार देंगे। निवेशकों को इन कारकों को ध्यान में रखते हुए पोर्टफ़ोलियो को विविधित रखना चाहिए और हल्के‑फुल्के रिस्क‑मैनेजमेंट रणनीति अपनानी चाहिए।
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