बाबर आज़म की जगह पर उठा सवाल
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के अंतरिम मुख्य कोच आकिब जावेद ने एक अप्रत्याशित कदम से क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। उन्होंने प्रमुख स्टार बैटर बाबर आज़म की संभावित अनुपस्थिति का संकेत उस वक्त दिया, जब उन्होंने भारत के खिलाफ होने वाले महत्वपूर्ण आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के मुकाबले से पहले अभ्यास सत्र में हिस्सा नहीं लिया। यह तब हुआ जब पीसीबी प्रमुख मोहसिन नकवी ने टीम पर जीत का दबाव बढ़ा दिया था और खुद को आलोचनाओं से बचाने के लिए हरसंभव प्रयास करने की ओर कहा था।
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बाबर की आलोचना और पूर्व क्रिकेटर्स का गुस्सा
बाबर ने न्यूज़ीलैंड के खिलाफ पहले मैच में 94 गेंदों पर 64 रनों की धीमी पारी खेली थी, जिसके चलते आलोचना का सामना करना पड़ा। भारत के खिलाफ उनके प्रदर्शन की तुलना विराट कोहली से की जा रही है, और इस कारण मोहम्मद हफीज और शोएब अख्तर जैसे पूर्व क्रिकेटर्स ने भी उन्हें आड़े हाथों लिया। अख्तर ने तो बाबर को 'फ्रॉड' तक कह दिया, जबकि हफीज ने दबाव वाले मैचों में उनकी कमी पर जोर दिया।
मुख्य कोच आकिब जावेद, बाबर की इस तरह की फॉर्म को देखते हुए बड़ी चुनौती का सामना कर रहे हैं। टीम के भीतर खिलाड़ी और कोच के साथ मीटिंग का आयोजन कर पीसीबी प्रमुख मोहसिन का सीधा हस्तक्षेप दर्शाता है कि टीम की मौजूदा गिरती फॉर्म कितनी चिंताजनक है। अगर बाबर इस मैच के लिए उपलब्ध नहीं रहते हैं तो यह टीम के स्ट्रेटेजी में बड़ा बदलाव साबित हो सकता है।
पाकिस्तान के लिए यह निर्णायक क्षण है, क्योंकि टूर्नामेंट से बाहर होने के खतरे से बचने के लिए टीम को अपने प्रदर्शन में बड़े परिवर्तन करने की जरूरत है। बाबर आज़म की अनुपस्थिति से रणनीति में बदलाव देखा जा सकता है और यह टीम के लिए एक नई दिशा का संकेत दे सकता है।
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