हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे
हरियाणा में 2024 के विधानसभा चुनावों के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं और इस बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 48 सीटों पर सफलता प्राप्त की है। कांग्रेस पार्टी, जो सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही थी, ने 37 सीटों पर जीत दर्ज की है। एग्जिट पोल्स, जो कि कांग्रेस को बढ़त देते हुए दिखा रहे थे, वो उल्टे साबित हुए और बीजेपी ने बड़ी बढ़त हासिल की।
एग्जिट पोल्स की भविष्यवाणियां गलत साबित
इस बार के चुनावों में एग्जिट पोल्स ने जो अनुमान लगाए थे, वो गलत साबित हुए। एग्जिट पोल्स ने कांग्रेस पार्टी की जीत की भविष्यवाणी की थी और कहा था कि पार्टी 44 से 62 सीटों तक जीत सकती है। लेकिन परिणामों में देखा गया कि बीजेपी ने इन अटकलों को झुठलाते हुए 48 सीटों पर जीत दर्ज की।
मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवार
बीजेपी की ओर से नायब सिंह सैनी, जो कि लदवा से चुनाव लड़ रहे थे, ने प्रमुख भूमिका निभाई। हालांकि, कांग्रेस ने भी अपने विस्तार के लिए कई प्रमुख नेता खड़े किए थे। कांग्रेस के संभावित मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवारों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, एआईसीसी महासचिव और लोकसभा सांसद कुमारी शैलजा और पार्टी महासचिव एवं राज्यसभा सदस्य रणदीप सुरजेवाला का नाम प्रमुखता से आ रहा था।
मतदान का प्रतिशत
चुनावों में कुल मतदान प्रतिशत 67.9% रहा, जो पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में थोड़ा कम है। इसमें शहरी क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत लगभग 10% राज्य का औसत से कम था, जबकि ग्रामीण इलाकों में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। ईसीआई ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में लोगों की भागीदारी अपेक्षाकृत कम रही।
चुनाव नतीजों की उपलब्धता
परिणामों की घोषणा के बाद, मतदाता इन नतीजों को चुनाव आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर देख सकते हैं। इसके अलावा, वोटर हेल्पलाइन ऐप के माध्यम से भी नतीजों को एक्सेस किया जा सकता है। इस ऐप को Android और iOS प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध कराया गया है, जिससे कि मतदाताओं को आसानी से परिणामों की जानकारी मिल सके।
भविष्य की राजनीति पर असर
यह चुनाव परिणाम हरियाणा की राजनीति में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाने की संभावना है। इसके परिणामस्वरूप भारतीय जनता पार्टी को राज्य स्तर पर एक मजबूत पकड़ मिली है, जबकि कांग्रेस को अपनी रणनीतियों पर पुनर्विचार करना होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि कैसे इन नतीजों से दोनों पार्टियों की राजनीति की दिशा प्रभावित होती है।
charan j - 10 अक्तूबर 2024
बीजेपी जीत गई अब क्या होगा अगला चुनाव तब देखेंगे
Ayush Sharma - 11 अक्तूबर 2024
इस बार के एग्जिट पोल्स बिल्कुल गलत थे। ये सब एक बड़ा धोखा था। जनता ने अपना फैसला स्वयं लिया।
मैंने देखा कि ग्रामीण इलाकों में जुड़ाव बहुत अच्छा रहा, शहरी इलाकों में थोड़ी निष्क्रियता थी। शायद युवाओं को नौकरी और अवसरों की चिंता थी।
Kotni Sachin - 12 अक्तूबर 2024
ये चुनाव परिणाम बहुत ही रोचक हैं, और यह स्पष्ट है कि जनता ने अपने वोट से एक स्पष्ट संदेश दिया है। एग्जिट पोल्स के अनुसार, कांग्रेस को 44-62 सीटें मिलने की उम्मीद थी, लेकिन वास्तविकता में बीजेपी ने 48 सीटें जीतीं, जो एक बहुत ही अच्छा प्रदर्शन है। इसके पीछे राज्य के विकास कार्यों, योजनाओं और लोगों के बीच विश्वास का बहुत बड़ा योगदान है।
Nathan Allano - 12 अक्तूबर 2024
मुझे लगता है कि ये जीत बस एक राजनीतिक जीत नहीं है, बल्कि एक विकास की भावना की जीत है। लोगों ने उन योजनाओं को याद किया जो राज्य में काम कर रही हैं - सड़कें, पानी, बिजली, और यहां तक कि डिजिटल सेवाएं।
कांग्रेस को अब बस नेता बदलने की जरूरत नहीं, बल्कि अपनी रणनीति को ग्रामीण भारत के साथ जोड़ने की जरूरत है।
Guru s20 - 13 अक्तूबर 2024
मुझे लगता है कि बीजेपी की ये जीत एक अच्छा संकेत है। लोगों ने नेतृत्व और स्थिरता को प्राथमिकता दी है। अब देखना होगा कि वे इस जीत को कैसे इस्तेमाल करते हैं।
Raj Kamal - 14 अक्तूबर 2024
मैंने देखा कि शहरी क्षेत्रों में मतदान कम रहा था, जो बहुत दिलचस्प है क्योंकि ये वो इलाके हैं जहां युवा और शिक्षित लोग रहते हैं, लेकिन उनका भागीदारी कम रहा, शायद उन्हें लगा कि वोट बदलाव नहीं ला सकता, या फिर उन्हें लगा कि दोनों पार्टियां एक जैसी हैं, या फिर उन्हें लगा कि इस चुनाव में कोई नया विकल्प नहीं है, जिसके कारण उन्होंने वोट नहीं दिया, जो एक बड़ी चेतावनी है कि अगर राजनीति युवाओं के साथ जुड़ने में असमर्थ रही तो भविष्य में बहुत बड़ी समस्याएं आएंगी।
Rahul Raipurkar - 14 अक्तूबर 2024
राजनीति में जीत और हार का अर्थ कुछ और होता है। ये बस एक चक्र है। बीजेपी ने जीता, अब वो भी गिरेगी। कांग्रेस ने हारा, लेकिन वो भी वापस आएगा। इसमें कोई नया नहीं है।
PK Bhardwaj - 14 अक्तूबर 2024
इस चुनाव में ग्रामीण भारत का वोटिंग पैटर्न एक स्पष्ट इंडिकेटर है कि डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोग्राम्स ने ग्रामीण निर्णय निर्माण में एक महत्वपूर्ण रोल निभाया है। शहरी क्षेत्रों में वोटिंग कम होने का मतलब है कि युवा जनसंख्या अभी भी इस प्रणाली में अपनी आवाज़ नहीं पा रही है।
Soumita Banerjee - 14 अक्तूबर 2024
एग्जिट पोल्स गलत थे? अरे भाई, वो तो बस एक और जनता को भ्रमित करने का तरीका था। जो लोग इसमें विश्वास करते हैं, वो अपने दिमाग को बेच चुके हैं।
Navneet Raj - 16 अक्तूबर 2024
कांग्रेस को अपनी नेतृत्व संरचना पर विचार करना चाहिए। भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कुमारी शैलजा, रणदीप सुरजेवाला - सब अच्छे हैं, लेकिन क्या उनके पास एक एकीकृत दृष्टिकोण है? ये बात अब तक नहीं बन पाई।
Neel Shah - 17 अक्तूबर 2024
बीजेपी ने जीता? ओह नहीं नहीं... अरे ये तो बस एक बड़ा फेक न्यूज़ है 😜 क्योंकि तुमने देखा नहीं कि शहरों में लोग बोल रहे थे कि ये सब बहुत बुरा है... लेकिन वो वोट नहीं दे पाए! 😭
shweta zingade - 17 अक्तूबर 2024
मैं ग्रामीण इलाकों से हूं और मैंने अपने गांव में देखा कि लोग बीजेपी के लिए क्यों वोट कर रहे थे - सड़कें, पानी, बिजली, और यहां तक कि योजनाओं का अनुसरण भी अच्छा था। लोग बस वो चाहते हैं जो काम करे। कांग्रेस को बस वादे नहीं, बल्कि काम करना सीखना होगा।
Pooja Nagraj - 17 अक्तूबर 2024
यह चुनाव केवल एक राजनीतिक घटना नहीं है। यह एक सांस्कृतिक अपराध है। जनता ने विकास के नाम पर व्यक्तित्व की बुद्धिमत्ता को निष्क्रिय कर दिया है। एक राष्ट्र जो अपने नेताओं के बजाय बिजली के बल पर जीवित रहता है, वह एक अस्थायी राष्ट्र है।
Anuja Kadam - 18 अक्तूबर 2024
शहरों में वोटिंग कम रही... शायद लोग थक गए हैं? या फिर उन्हें लगा कि कोई बदलाव नहीं होगा? ये तो बहुत बुरा है।
Pradeep Yellumahanti - 19 अक्तूबर 2024
बीजेपी की जीत को विकास का नतीजा कहना बहुत आसान है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि ये विकास किसके लिए है? क्या ये विकास उन लोगों के लिए है जो अभी भी गरीबी में जी रहे हैं? या ये बस एक फिल्मी नारा है जिसे टीवी पर दिखाया जा रहा है?
Shalini Thakrar - 20 अक्तूबर 2024
मैंने देखा कि जब ग्रामीण इलाकों में वोटिंग बढ़ी, तो लोगों ने बीजेपी को चुना। शायद इसका मतलब है कि लोग अब बातों की जगह कामों को देख रहे हैं। ये एक अच्छा संकेत है 🌱