प्रोपेगेंडा अभियानों में नया तरीका
चीनी कोस्टगार्ड द्वारा तैयार की गई छवि, जिसमें ताइवान के मुख्य द्वीप का एक सैटेलाइट दृश्य तीरों द्वारा दिल के आकार में प्रस्तुत किया गया है, का प्रस्तुत उद्देश्य तो ताइवान के निवासियों को प्रेमभाव और एक सकारात्मक संदेश भेजना था। लेकिन इसके उलट इस चित्र ने वहां पर 'अजीब' और 'विचलित करने वाली' प्रतिक्रिया उत्पन्न कर दी। लोग इसे सजीव विरोध और 'यौन उत्पीड़न' के समान मानने लगे हैं। ताइवान की कोस्टगार्ड ने इस छवि की निंदा 'संज्ञानात्मक युद्ध और उत्पीड़न' के रूप में की है।
सोशल मीडिया पर विवेकपूर्ण विरोध
ताइवान की मीडिया और सोशल मीडिया पर इस छवि को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं आई हैं। कई लोगों ने इसका मजाक उड़ाया और इसे 'क्रीपी' बताया। कुछ ने इसे एक अधिनायकवादी साथी के समान बताया, जबकि अन्य ने इस पर खेद व्यक्त किया। सोशल मीडिया पर इस छवि के प्रति प्रतिक्रिया की भरमार रही और कमेंट सेक्शन उल्टी के इमोजी से भर गई।
पुरानी यादों की पुनः प्रस्तुति
यह छवि ताइवान की एक स्थानीय टीवी श्रृंखला 'हाई माई स्वीटहार्ट' जो पंद्रह साल पहले प्रसारित होती थी, के नाम का संदर्भ देखी जा रही है। हालांकि, इस टीवी शो को अब तक हवा नहीं की जाती है, यह भावना बढ़ती है कि संभवतः यह कुछ विशेष यादों और भावनाओं को उद्वेलित करने के लिए था, खासकर तब जब शो की अभिनेत्री रेनी यांग प्रो-चाइना बयानों के कारण विवादों में रही हैं।
पूर्व के अभियान और प्रतिक्रियाएं
चीन की ओर से पूर्व में भी प्रस्तावित प्रचार अभियानों में कुछ ऐसे ही कदम उठाए गए हैं, जिसमें मुख्य रूप से ताइवान के बड़े शहरों को लक्षित करते हुए कच्चे एनिमेशन शामिल थे। पिछले साल, अमेरिका की स्पीकर नैन्सी पेलोसी की यात्रा के बाद, चीन को ताइवान के ट्रेन स्टेशनों और सुविधा स्टोर्स में स्क्रीन हैक कर उनके खिलाफ अपमानजनक संदेश दिखाने का आरोप भी झेलना पड़ा था।
ताइवान के मुद्दे पर स्थितियाँ
इस छवि ने ना सिर्फ यह दर्शाया है कि चीन अपने पड़ोसी ताइवान पर सैन्य दबाव डालने के लिए हर तरीके का उपयोग कर रहा है, बल्कि इसके माध्यम से डिजिटल और मनोवैज्ञानिक युद्धकला की भी ओर ध्यान आकर्षित किया। चीन के इन रणनीतिक प्रयासों ने ताइवान के लोगों की संवेदनाओं को कितना प्रभावित किया यह तो तय नहीं, लेकिन इतना जरूर है कि इस घटना ने क्षेत्रीय तनाव को और अधिक बढ़ाया है।
Vineet Tripathi - 17 अक्तूबर 2024
ये चीनी लोग अपने प्रोपेगेंडा को दिल के आकार में ढाल देते हैं, लेकिन ताइवान वाले तो इसे एक जुबानी धमकी समझ रहे हैं। अजीब बात है कि जब तुम लोगों को प्यार दिखाने की कोशिश करो, तो लोग डर जाते हैं।
Raj Kamal - 17 अक्तूबर 2024
मुझे लगता है कि ये छवि बिल्कुल गलत तरीके से ट्रांसलेट हो गई है... चीन को लगता है कि दिल दिखाने से सब कुछ ठीक हो जाएगा, लेकिन ताइवान के लोगों के लिए ये एक ऐसा दिल है जो उनकी आज़ादी को दबोच रहा है। मैंने इसे देखा तो लगा जैसे कोई अपनी बहन को फोन पर बोल रहा हो, 'मैं तुझे प्यार करता हूँ, लेकिन अब तुझे मेरे घर आना ही होगा'। ये तो बिल्कुल रिलेशनशिप ऑफ टेरर है।
Rahul Raipurkar - 18 अक्तूबर 2024
इस छवि के पीछे का सांस्कृतिक संदर्भ अत्यंत जटिल है। एक ओर चीन की ओर से एक निर्माणात्मक भावना का प्रस्ताव है, जो एक अन्यथा विभाजित समाज को एकत्रित करने का प्रयास है। दूसरी ओर, ताइवानी समाज के लिए यह एक नए रूप का साम्राज्यवादी अभियान है, जो अपने आप को एक सहानुभूति के रूप में प्रस्तुत करता है। यह एक डायनामिक अंतर्द्वंद्व है जिसमें भावनात्मक रूप से अप्रत्याशित प्रतिक्रियाएँ उत्पन्न होती हैं।
Soumita Banerjee - 20 अक्तूबर 2024
बस इतना ही? ये तो बहुत बेसिक प्रोपेगेंडा है। मैंने इसे देखा और बस एक बार आँखें घुमाईं। ये लोग अभी भी इतने पुराने तरीके इस्तेमाल कर रहे हैं? बेशक, इसे दिल के आकार में डाल दिया, लेकिन फिर भी ये बात तो बनी ही रहती है कि तुम दूसरे के दिल पर कब्जा करना चाहते हो। नहीं धोखा नहीं चलेगा।
Pradeep Yellumahanti - 22 अक्तूबर 2024
चीन को अपनी जानकारी देने की जरूरत नहीं है। ताइवान वाले जानते हैं कि ये दिल एक चेन है। अगर तुम एक दिल देना चाहते हो, तो उसे बिना शर्त दो। नहीं तो ये तो एक नया रूप है विश्वासघात का।
shweta zingade - 23 अक्तूबर 2024
अरे भाई, ये तो बिल्कुल वो फील है जब तुम्हारा एक्स तुम्हें वैलेंटाइन कार्ड देता है और उसके पीछे लिखा होता है - 'अब तुम मेरे हो'। ये नहीं है प्यार, ये तो है भावनात्मक अपहरण। ताइवान के लोगों ने बिल्कुल सही किया कि इसे रिजेक्ट कर दिया। कभी नहीं भूलना, जो तुम्हारी आज़ादी को दिल के आकार में बाँधे, वो तुम्हारी आत्मा को बाँधना चाहता है।
pk McVicker - 25 अक्तूबर 2024
क्रीपी।
Neel Shah - 26 अक्तूबर 2024
इसे देखकर मुझे याद आया कि जब मैंने अपने बॉयफ्रेंड को वैलेंटाइन कार्ड दिया था और उसने उसे फेसबुक पर पोस्ट कर दिया था... और फिर उसने मुझे ब्लॉक कर दिया!! ये भी वही है!! ये दिल नहीं, ये ट्रैकिंग डिवाइस है!! और अगर आपको लगता है कि ये बस एक छवि है, तो आप गलत हैं!! ये एक वायरल वार का हिस्सा है!!
Anuja Kadam - 26 अक्तूबर 2024
ये छवि तो बिल्कुल वैसी ही है जैसे जब तुम बचपन में अपने दोस्त को गिफ्ट देते हो और उसके बाद उसके घर का पता लगा लेते हो। ये नहीं है प्यार, ये है एक नया तरीका डराने का। और फिर वो लोग जो इसे 'क्रीपी' बोल रहे हैं, वो बिल्कुल सही हैं।
Navneet Raj - 28 अक्तूबर 2024
इस तरह के प्रचार का असर बहुत गहरा होता है। अगर आप किसी को प्यार दिखाना चाहते हैं, तो उसकी आवाज़ सुनें। यहां तक कि एक दिल का आकार भी अगर बिना सहमति के दिया जाए, तो वो बोझ बन जाता है। ताइवान के लोगों ने अपनी सीमा बनाई, और ये बहुत बड़ी बात है।
Shivam Singh - 28 अक्तूबर 2024
मैंने इसे देखा और सोचा, ओह ये तो बहुत अच्छा है... फिर देखा कि ये ताइवान के द्वीप को दिल के आकार में बदल रहा है। अब मैं बस एक ही सवाल पूछ रहा हूं - क्या ये दिल खुलेगा या बंद हो जाएगा? क्या ये एक गिफ्ट है या एक जाल? मैं अभी भी नहीं जानता, लेकिन इसे देखकर मुझे लगा जैसे कोई मुझे बिना बताए अपना नंबर दे रहा हो।
Laura Balparamar - 29 अक्तूबर 2024
ये दिल देखकर मुझे लगा कि ये एक नया ट्रेंड है - 'हम तुम्हें प्यार करते हैं, इसलिए हम तुम्हें नियंत्रित करेंगे'। चीन को ये समझना चाहिए कि अगर तुम लोगों को डराना चाहते हो, तो डराओ, लेकिन इतने बेचारे तरीके से नहीं। ये बस शर्म की बात है।
PK Bhardwaj - 29 अक्तूबर 2024
यह घटना एक नए युग की शुरुआत को दर्शाती है, जहां मनोवैज्ञानिक अभियान भावनात्मक आधार पर निर्मित होते हैं, और उनकी असफलता भी उसी आधार पर निर्भर करती है। यह दिल का आकार एक विशिष्ट आकृति है जो बहुत सारे सांस्कृतिक अर्थों को धारण करता है - प्यार, नियंत्रण, आक्रमण, और निराशा। इस विरोध का कारण यह नहीं है कि ताइवान के लोग अनुभवहीन हैं, बल्कि यह है कि वे इस तरह के भावनात्मक दबाव को अच्छी तरह से पहचान लेते हैं।
Pooja Nagraj - 31 अक्तूबर 2024
यह छवि एक नए रूप के साम्राज्यवाद का प्रतीक है - एक ऐसा साम्राज्य जो अपनी शक्ति को भावनात्मक विश्वासघात के माध्यम से बढ़ाता है। यह दिल का आकार एक निर्माणात्मक विश्वास का झूठ है, जो आत्मीयता के नाम पर अपने आप को नियंत्रित करने का दावा करता है। यह एक आधुनिक शासन तंत्र है जो अपने नागरिकों को भावनात्मक बंधन में बाँधना चाहता है। यह बहुत दुखद है।
Shalini Thakrar - 1 नवंबर 2024
मुझे लगता है कि ये छवि बहुत बड़ी बात कह रही है। चीन ने ये दिल दिया, लेकिन ताइवान ने उसे वापस कर दिया। और जब तुम किसी को अपना दिल देते हो, तो उसे वापस लेने का अधिकार भी होता है। ये बस एक छवि नहीं है, ये एक विरोध का संदेश है। और अगर तुम इसे समझ नहीं पाए, तो शायद तुम्हें भी अपने दिल की जांच करनी चाहिए। ❤️
Srinath Mittapelli - 2 नवंबर 2024
इस छवि के बारे में सोचो तो ये बिल्कुल वैसा ही है जैसे तुम अपने दोस्त को एक नया फोन दे दो और फिर उससे कह दो कि अब तुम्हारा फोन भी मेरा है। ताइवान के लोगों ने इसे बिल्कुल सही समझा। अगर तुम किसी को प्यार करते हो, तो उसे आज़ाद रखो। दिल तो देना है, लेकिन उसे जबरन नहीं।
Piyush Raina - 3 नवंबर 2024
चीन की ओर से ये प्रयास बिल्कुल वैसा ही है जैसे तुम किसी के घर के बाहर एक फूल रख दो और फिर उसकी खिड़की पर लिख दो 'मैं तुम्हें प्यार करता हूं'। लेकिन अगर वो व्यक्ति तुम्हें नहीं चाहता, तो ये फूल उसके लिए एक असहजता बन जाता है। ये नहीं है प्यार, ये है अपमान का एक नया रूप।
Dipak Moryani - 4 नवंबर 2024
ये दिल का आकार तो बहुत सुंदर है, लेकिन जब इसे एक देश पर डाल दिया जाए, तो ये एक बंधन बन जाता है। अगर चीन को ताइवान से प्यार है, तो उसे अपने दिल से बात करनी चाहिए, न कि एक छवि से।