यातायात जाम: क्यों होता है और कैसे बचें?

हर सुबह या शाम को जब आप अपनी गाड़ी या साइकिल पर बिखरते ट्रैफ़िक में फँस जाते हैं, तो सोचना पड़ता है – क्या यही ज़रूरी है? असल में जाम कई छोटी‑छोटी चीज़ों का जोड़ होता है: स्कूल की छुट्टी, सड़क के काम, अचानक दुर्घटना या बसों‑ट्रकों का भीड़भाड़। इन सबका मिलाजुला असर आपके रूट को धीमा कर देता है और समय बर्बाद करता है.

ऑफ़‑पीक समय में यात्रा करें

सबसे आसान उपाय है, अपना काम या स्कूल के टाइम को थोड़ा बदलना. अगर आप 8:30 बजे निकलते हैं तो अक्सर 7:45 वजे का ट्रैफ़िक हल्का रहता है. इसी तरह शाम की भीड़ घटाने के लिए 5 बजे से पहले घर पहुंचने की कोशिश करें. कई कंपनियां फ्लेक्सी‑टाइम दे रही हैं, इसलिए अगर आपका ऑफिस अनुमति देता है तो इस विकल्प को ज़रूर अपनाएँ.

स्मार्ट नेविगेशन ऐप का सही इस्तेमाल

आजकल गूगल मैप्स, विथिंग और यहाँ तक कि लोकल ट्रैफ़िक ऐप जैसे इंडियामॉबिलिटी रियल‑टाइम जाम की जानकारी देते हैं. लेकिन सिर्फ़ दिशा नहीं, अलर्ट भी दिखाते हैं – “रोड क्लोज्ड”, “एक्सीडेंट” या “कंस्ट्रक्शन”. जब आप एप्प खोलते हैं तो ‘अर्ली एंट्री’ मोड चुनें; इससे रूट जल्दी अपडेट होगा और आपको वैकल्पिक रास्ता मिल सकेगा. कुछ ऐप में ‘इकोनॉमी मोड’ भी होता है, जो फ्यूल बचाने के लिए सबसे छोटे‑से‑छोटे इंधन‑खपत वाले मार्ग सुझाता है.

ऐप पर दिखने वाले “ट्रैफ़िक लेयर” को कभी बंद न करें, क्योंकि वह आपको हर 5‑10 मिनट में नया अपडेट देता रहता है. अगर आपका फोन पुराना हो तो भी आप एपीएस (ऑन‑डिवाइस) मैप डाउनलोड करके ऑफ़लाइन नेविगेशन कर सकते हैं – इससे डेटा खर्च नहीं होगा और जाम की जानकारी फिर भी मिलती रहेगी.

रूट प्लानिंग में एक छोटा ट्रिक है: मुख्य हाईवे से बाहर निकलते ही दो या तीन छोटे सड़कों को देखें. अक्सर छोटी गली‑गली का रुक-रुक कर चलना, बड़ी सड़क पर लगातार जाम में फँसने से बेहतर होता है. यही कारण है कि कई लोग ‘बैकअप रोड’ बनाते हैं और उसे पहले से याद रख लेते हैं.

अगर आप सार्वजनिक ट्रांसपोर्ट ले रहे हैं तो बस या मेट्रो के टाइम टेबल को भी चेक करें. कुछ शहरों में ‘हाई‑डिमांड बस’ सर्विस चलती है, जो आपके लोकेशन के हिसाब से रूट बनाती है और अक्सर जाम वाले मुख्य रास्ते से बचकर आती है.

अंत में एक छोटा यादगार पॉइंट: अपने वाहन को नियमित रूप से सर्विस करवाएँ. खराब टायर या फॉल्टेड ब्रेक कभी‑कभी ट्रैफ़िक लाइट पर अनावश्यक रुकावट बनाते हैं, जिससे पीछे लाइन बढ़ती है.

इन सरल टिप्स को अपनाकर आप न केवल अपना समय बचा सकते हैं, बल्कि धैर्य और तनाव भी कम कर सकते हैं. अगले बार जब जाम का संकेत दिखे, तो तुरंत इन उपायों में से एक लागू करके देखिए – शायद आपका सफर पहले से ज़्यादा आरामदायक हो जाए.

दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश: सात लोगों की मौत, स्कूल बंद, और यातायात में बाधा

दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश: सात लोगों की मौत, स्कूल बंद, और यातायात में बाधा

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बुधवार शाम को दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश के कारण सात लोगों की मौत हो गई और तीन घायल हो गए। बारिश के कारण शहर के विभिन्न हिस्सों में जलभराव हुआ, जिससे यातायात जाम और अवरोध हुआ। आईएमडी ने रेड अलर्ट जारी किया है और आगामी दिनों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सुरक्षित रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है।

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