मलयालम फिल्म संपादक निशाद यूसुफ की कोच्चि फ्लैट में मौत: फिल्म इंडस्ट्री में शोक
अक्तू॰ 30 2024 - मनोरंजन
हर दिन जब उठते हो, दिमाग में एक सवाल आता है – आज क्या करूँगा जिससे ज़िन्दगी बेहतर बन सके? यही वो मौका है जहाँ प्रेरणा काम आती है. अगर आप सही दिशा में छोटे‑छोटे कदम रखें तो बड़ी बदलाव देखेंगे.
सबसे पहले अपने दिन की शुरुआत एक पॉज़िटिव एफ़ॉर्मेशन से करो। "मैं कर सकता हूँ" या "आज मेरा लक्ष्य हासिल होगा" जैसे वाक्य को ज़ोर से दोहराओ. यह आपका माइंड सेट करता है और ऊर्जा देता है.
दूसरा तरीका, छोटी‑छोटी जीत को नोट करना. चाहे 30 मिनट पढ़ना हो या सुबह की सैर, इसे लिखो. इस लिस्ट से आप देख पाते हैं कि आपने क्या हासिल किया और आगे क्या कर सकते हैं.
तीसरा, प्रेरणादायक कहानियां पढ़ो या सुनो. किसी का संघर्ष‑से‑सफलता वाला सफ़र आपके अंदर वही आग जलाता है जो खुद नहीं सोचते। आप एक वीडियो देख सकते हो, किताब पढ़ सकते हो या पॉडकास्ट सुन सकते हैं.
एक दोस्त का उदाहरण ले लेते हैं – उसने छोटे‑छोटे लक्ष्य तय किए और हर हफ़्ते अपने प्रोग्रेस को रिव्यू किया. पहले महीने में वह 5 किलो वज़न घटा, फिर दो महीनों में नया कौशल सीखा. उसका रहस्य था लगातार खुद को छोटा-टास्क देना, जिससे बड़ी मंज़िल आसान लगती.
आप भी वही कर सकते हैं. अपने बड़े लक्ष्य को छोटे‑छोटे भागों में बाँटो और हर हिस्से के लिए टाइमलाइन बनाओ. जब आप एक कदम आगे बढ़ाते हो, तो अगले कदम का डर कम होता है.
एक और आसान तरीका – खुद को सकारात्मक लोगों से घेरो. अगर आपके आसपास वही लोग हैं जो सपने देखते हैं और उन्हें पूरा करते हैं, तो उनका एनीर्जी आपको भी खींच लेगा. इसलिए सोशल मीडिया पर ऐसे पेज फॉलो करो जहाँ मोटिवेशनल कंटेंट नियमित रूप से आता हो.
अंत में याद रखो कि प्रेरणा स्थायी नहीं होती; इसे रोज़ रिफ्रेश करना पड़ता है. जब भी मन उदास या थका महसूस करे, ऊपर बताये गए छोटे‑छोटे उपाय अपनाओ और फिर से आगे बढ़ो.
यूजेनियो सैंटाना फ्रेंको, 64 वर्षीय पूर्व ब्राजीलियन नर्स, पेरिस 2024 पैरालंपिक्स में पैराआर्चरी में शुरुआत कर रहे हैं। कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझते हुए, यूजेनियो ने तीरंदाजी के माध्यम से प्रेरणा और उद्देश्य पाया। उन्होंने तीरंदाजी में रुचि लेते हुए खुद को सकारात्मक और प्रेरित रखा।
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