CrowdStrike के शेयर 15% गिरे: सॉफ्टवेयर अपडेट के कारण बड़े आईटी आउटेज से हुआ नुकसान

CrowdStrike के शेयर 15% गिरे: सॉफ्टवेयर अपडेट के कारण बड़े आईटी आउटेज से हुआ नुकसान

CrowdStrike के शेयरों में अचानक गिरावट: क्या है पूरा मामला?

शुक्रवार को साइबर सुरक्षा फर्म CrowdStrike को एक बड़ी मुश्किल का सामना करना पड़ा जब एक सॉफ्टवेयर अपडेट के कारण वैश्विक स्तर पर आईटी आउटेज हो गया। इस अपडेट का मकसद था कंपनी के Falcon Sensor उत्पाद को बेहतर बनाना, लेकिन इसके चलते Windows उपकरणों पर गंभीर प्रणालीगत समस्याएँ उत्पन्न हो गईं।

इस अद्यतन का प्रभाव इतना व्यापक था कि इसके चलते वैश्विक व्यवसायों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ा। जिस समय यह घटना हुई, उसी दौरान CrowdStrike के शेयरों में 15% की गिरावट अमेरिकी प्रीमार्केट ट्रेडिंग में दर्ज की गई। दूसरी ओर, Microsoft भी इस घटना से प्रभावित हुआ, क्योंकि उसके Azure क्लाउड सेवाएँ और Microsoft 365 एप्स में भी समस्याएँ आईं। हालाँकि, Microsoft के शेयरों में केवल 1.8% की गिरावट आई।

CrowdStrike के सीईओ जॉर्ज कुर्ट्ज ने इस समस्या का कारण 'Windows होस्ट के लिए एक कंटेंट अपडेट में दोष' बताया। उन्होंने कहा कि कंपनी इस अपडेट को वैश्विक स्तर पर वापस लेने के लिए काम कर रही है।

व्यापक प्रभाव और उसके परिणाम

इस आउटेज का असर काफी दूरगामी रहा, जिससे कई वेबसाइटें डाउन हो गईं, उड़ानें रद्द हुईं और टीवी स्टूडियो में ब्रॉडकास्ट भी रोक दिए गए। साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने कहा कि इस समस्या ने वैश्विक साइबर आपूर्ति श्रृंखला में संभावित प्रभाव और इसकी कमजोरियों को उजागर किया है।

घटना के बाद, अन्य साइबर सुरक्षा कंपनियाँ जैसे कि Palo Alto, Fortinet, Zscaler, और Cloudflare के शेयरों में वृद्धि देखी गई। निवेशकों ने इस घटना के बाद यह अनुमान लगाया कि व्यवसाय संभवतः उनके प्रतिस्पर्धी फर्मों की ओर रुख कर सकते हैं।

इस तरह की घटनाएं दर्शाती हैं कि साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में छोटे से छोटे दोष भी कितने बड़े संकट का कारण बन सकते हैं। यह घटना केवल एक तकनीकी खराबी से जुड़ी नहीं थी, बल्कि इसमें आर्थिक और व्यावसायिक परिदृश्य पर भी बड़ा असर पड़ा।

भविष्य के लिए सबक

इस घटना से यह साफ हो गया है कि आईटी और साइबर सुरक्षा उद्योग को अपने उत्पादों और सेवा की टेस्टिंग को और अधिक कठोर बनाना होगा। सिस्टम अद्यतन से पहले उनके विस्तृत परीक्षण होने चाहिए ताकि इस तरह की समस्याओं से बचा जा सके। साथ ही, कंपनियों को अपने सिस्टम में बैकअप और रोलबैक प्लान भी हमेशा तैयार रखना चाहिए।

CrowdStrike ने अपनी गलती को स्वीकार करते हुए अपने वैश्विक ग्राहकों से माफी मांगी है और भविष्य में इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए कड़े कदम उठाने की प्रतिबद्धता जताई है। लेकिन यह घटना एक महत्वपूर्ण याद दिलाती है कि तकनीक कितनी ही उन्नत क्यों न हो, उसमें मानव त्रुटियों के लिए हमेशा स्थान रहेगा।

इस तरह के घटनाक्रम ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि साइबर सुरक्षा व्यवस्थाओं में विश्वास बहाल रखना कितना महत्वपूर्ण है। चाहे वह कंपनियों के निवेशकों को हो या उनके ग्राहकों को, संतुलन बनाए रखने और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नवाचारों के बावजूद जिम्मेदारी और सजगता की आवश्यकता होती है।

Shifa khatun

लेखक के बारे में

Shifa khatun

मैं एक स्वतंत्र पत्रकार हूँ जो भारत में दैनिक समाचारों के बारे में लिखती हूँ। मुझे लेखन और रिपोर्टिंग में गहरी रुचि है। मेरा उद्देश लोगों तक सटीक और महत्वपूर्ण जानकारी पहुँचाना है। मैंने कई प्रमुख समाचार पत्रों और वेबसाइट्स के लिए काम किया है।

टिप्पणि (17)

  1. dinesh singare

    dinesh singare - 20 जुलाई 2024

    ये CrowdStrike वाला अपडेट तो बस एक बड़ा जाल था। जो लोग साइबर सुरक्षा का नाम लेकर पैसे कमा रहे थे, उनका असली चेहरा आज सामने आ गया। एक लाइन का कोड गलत हुआ और पूरी दुनिया रुक गई। ये टेक कंपनियां तो अपने ग्राहकों को टेस्टिंग के बिना बेच देती हैं।

  2. Priyanjit Ghosh

    Priyanjit Ghosh - 21 जुलाई 2024

    माफ़ करना, लेकिन अब तक का सबसे बड़ा ऑनलाइन ड्रामा 😂 जब एक सॉफ्टवेयर अपडेट ने दुनिया के टीवी स्टूडियो बंद कर दिए... अब तो हर कोई अपना अपडेट रोके रखेगा। जब तक कोई फिर से ब्रेक करे नहीं।

  3. Anuj Tripathi

    Anuj Tripathi - 22 जुलाई 2024

    दोस्तों ये बात तो सच है कि टेक्नोलॉजी अच्छी है लेकिन इंसान भी गलती करता है। CrowdStrike ने गलती मान ली और अब ठीक करने की कोशिश कर रहा है। ये तो बहुत अच्छी बात है। हमें भी उन्हें मौका देना चाहिए। ये बात सिर्फ उनके लिए नहीं, हम सबके लिए सबक है।

  4. Hiru Samanto

    Hiru Samanto - 24 जुलाई 2024

    हम भारत में भी ऐसे ही अपडेट के बाद फोन बंद हो जाते हैं ना जब कोई OTA आता है। लेकिन अमेरिका में तो ये दुनिया भर में फैल गया। देखो तो ये टेक्नोलॉजी ने दुनिया को एक बना दिया है। एक गलती दुनिया भर में फैल गई।

  5. Divya Anish

    Divya Anish - 25 जुलाई 2024

    इस घटना के बाद, साइबर सुरक्षा उद्योग के लिए एक नया युग शुरू हो गया है। जिस तरह से यह अपडेट ने वैश्विक आर्थिक और व्यावसायिक संरचनाओं को प्रभावित किया, उससे स्पष्ट होता है कि नियामक निकायों को अब अपडेट प्रक्रियाओं के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानक तैयार करने की आवश्यकता है। यह केवल तकनीकी त्रुटि नहीं, बल्कि नीतिगत असफलता है।

  6. md najmuddin

    md najmuddin - 25 जुलाई 2024

    बस एक अपडेट के चलते उड़ानें रद्द, अस्पतालों में ब्लैकआउट, टीवी पर ब्रेक... ये तो फिल्म जैसा लगा। 😅 लेकिन असलियत ये है कि हम इतने निर्भर हो गए हैं कि एक लाइन कोड की गलती से पूरा सिस्टम टूट जाए। अब तो बैकअप का ख्याल रखना ही ज़रूरी है।

  7. Ravi Gurung

    Ravi Gurung - 27 जुलाई 2024

    क्या ये सिर्फ CrowdStrike की गलती है या हम सब इस तरह के सिस्टम पर इतने निर्भर हो गए हैं कि कोई भी छोटी सी गलती बड़ी तबाही ला दे? शायद अब हमें इतना निर्भर नहीं होना चाहिए।

  8. SANJAY SARKAR

    SANJAY SARKAR - 28 जुलाई 2024

    क्या इस अपडेट को रोकने के लिए कोई टेस्टिंग नहीं की गई? ये तो बेवकूफ़ी है। एक बड़ी कंपनी इतनी आसानी से ऐसा क्यों करती है? क्या उनके पास कोई QA टीम नहीं है?

  9. Ankit gurawaria

    Ankit gurawaria - 28 जुलाई 2024

    ये घटना बस एक तकनीकी खराबी नहीं है, ये एक सामाजिक और आर्थिक असंगठितता का प्रतीक है। जब हम अपने सारे बिजनेस, ट्रांसपोर्ट, हेल्थकेयर, एवं डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को एक ही प्लेटफॉर्म पर निर्भर कराते हैं, तो एक छोटी सी त्रुटि भी एक वैश्विक तूफान का कारण बन जाती है। ये तो एक नए युग का आगाज़ है, जहां हमें अपनी टेक्नोलॉजी के बारे में गहराई से सोचना होगा, न कि बस उसे इस्तेमाल करना। जब तक हम इस अति-निर्भरता को नहीं तोड़ेंगे, तब तक ऐसी घटनाएं बार-बार होती रहेंगी।

  10. AnKur SinGh

    AnKur SinGh - 29 जुलाई 2024

    यह घटना हमें याद दिलाती है कि आधुनिक डिजिटल इकोसिस्टम में विश्वसनीयता का आधार विश्लेषणात्मक सावधानी और व्यवस्थित गुणवत्ता नियंत्रण है। CrowdStrike की त्रुटि केवल एक तकनीकी असफलता नहीं, बल्कि एक नीतिगत अवहेलना है, जिसमें विश्वसनीयता के लिए अंतर्राष्ट्रीय मानकों को नज़रअंदाज़ किया गया। इस घटना के बाद, वैश्विक नियामक निकायों को इस तरह के सॉफ्टवेयर अपडेट्स के लिए अनिवार्य अनुमोदन प्रक्रिया लागू करनी चाहिए।

  11. Sanjay Gupta

    Sanjay Gupta - 29 जुलाई 2024

    भारत में भी तो हर दिन कोई न कोई अपडेट फेल होता है, लेकिन यहां तो दुनिया भर में ब्लैकआउट हो गया। अब तो ये सब अमेरिकी कंपनियों की नीची गुणवत्ता का परिणाम है। हमें अपने देश के साइबर सुरक्षा सॉल्यूशन्स पर भरोसा करना चाहिए।

  12. Kunal Mishra

    Kunal Mishra - 29 जुलाई 2024

    यह घटना आधुनिक टेक्नोलॉजी के अंतर्निहित अस्थिरता का एक उदाहरण है। CrowdStrike का यह अपडेट एक विश्वव्यापी सांस्कृतिक और आर्थिक निर्भरता का प्रतीक है, जहां एक छोटी सी त्रुटि भी एक वैश्विक साइबर-पैनिक का कारण बन जाती है। यह एक नए युग का संकेत है, जहां तकनीकी उन्नति अब जिम्मेदारी के बजाय अहंकार का आधार बन गई है।

  13. Ron DeRegules

    Ron DeRegules - 31 जुलाई 2024

    ये बात तो सच है कि टेस्टिंग कम थी लेकिन देखो तो अन्य कंपनियां जैसे Palo Alto और Cloudflare के शेयर बढ़ गए। ये तो बड़ा अवसर है। अगर आप इस बारे में सोचते हैं तो ये गलती ने एक नए बाजार को जन्म दे दिया। ये तो बहुत अच्छा है।

  14. Manasi Tamboli

    Manasi Tamboli - 1 अगस्त 2024

    मुझे लगता है कि ये सब तो एक बड़ा अंतर्जातीय ट्रैमा है... जब हम इतने अधिक निर्भर हो जाते हैं कि एक अपडेट हमारे दिन को बर्बाद कर दे... ये तो असली डिजिटल ट्रैमा है। क्या हम इसे ठीक कर पाएंगे? या ये सिर्फ शुरुआत है?

  15. Ashish Shrestha

    Ashish Shrestha - 2 अगस्त 2024

    CrowdStrike के शेयर 15% गिरे और आप यहां गहरा विश्लेषण कर रहे हैं? ये तो बस एक और अमेरिकी टेक फेल्योर है। जब तक इनकी गुणवत्ता नहीं बढ़ेगी, तब तक ये घटनाएं दोहराई जाएंगी।

  16. Mallikarjun Choukimath

    Mallikarjun Choukimath - 2 अगस्त 2024

    यह घटना एक दर्शनिक अध्ययन का विषय है। यह दर्शाती है कि आधुनिक इंसान तकनीक के निर्माण में अपने अहंकार को भगवान के स्थान पर बैठा देता है। CrowdStrike की गलती एक विश्वास की असफलता है - विश्वास कि तकनीक हमेशा बेहतर हो सकती है। लेकिन क्या तकनीक वास्तव में बेहतर हो सकती है, या यह सिर्फ एक नया अहंकार है?

  17. Sitara Nair

    Sitara Nair - 4 अगस्त 2024

    मैंने आज सुबह अपना लैपटॉप चलाने की कोशिश की... बस एक ब्लू स्क्रीन आ गया 😭 और मैं यहां बैठी हूं जब तक टेक सपोर्ट नहीं आता। ये तो बहुत डरावना है। क्या हम अब इतना निर्भर हो गए हैं कि एक अपडेट के बिना हम जीवन नहीं जी सकते? 🤔

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