जब Anu Sikka, निर्माता ने Netflix India के साथ मिलकर Kurukshetra को 10 अक्टूबर 2025 को ऑनलाइन लॉन्च किया, तो भारतीय डिजिटल मनोरंजन में इतिहास का एक नया अध्याय लिखा गया। इस सीरीज़ ने महाकाव्य महाभारत के सबसे कठिन युद्ध‑दृश्य को एनीमेशन के माध्यम से फिर से जीवंत कर दिया, और इस प्रकार दर्शकों को ‘धर्म और साहस’ की सदियों पुरानी कहानी के साथ एक आधुनिक दृश्य अनुभव प्रदान किया।
पार्श्वभूमि और महाभारत की कहानी
‘Kurukshetra’ का आधार भारत की प्राचीन कथा‑परम्पराओं में निहित है। महाभारत की 18‑दिन की कुरुक्षेत्र की लड़ाई को 18 अलग‑अलग योद्धाओं की नज़रिए से दिखाया गया है, जिससे प्रत्येक पात्र के आंतरिक संघर्ष, नैतिक दुविधा और कर्तव्य‑भाव की जटिल परतें उजागर होती हैं। इस बहु‑दृष्टिकोण से दर्शकों को सिर्फ युद्ध का दृश्य नहीं, बल्कि उस समय के सामाजिक‑धार्मिक परिदृश्य की गहरी समझ मिलती है।
सीरीज़ की रचनात्मक प्रक्रिया और तकनीकी विवरण
अनु सिका ने बताया कि सीरीज़ के लिए लगभग दो साल की शोध‑और‑विकास प्रक्रिया के बाद 120 मिलियन डॉलर से अधिक का बजट तय किया गया। उन्होंने ऐसी कंप्यूटर‑जेनरेटेड इमेजरी (CGI) अपनाई जो ‘डिज़्नी’ और ‘पिक्सार’ जैसी अंतरराष्ट्रीय स्टूडियो के मानकों के बराबर हो, लेकिन भारतीय सांस्कृतिक तत्वों को प्राथमिकता देती है। सीरीज़ में प्रयुक्त प्रमुख तकनीकों में रियल‑टाइम रेंडरिंग, मोशन‑कैप्चर, और हाई‑डायनामिक रेंज (HDR) शामिल हैं, जिससे कृष्ण की विष्वरूपा (ब्रह्मांडीय रूप) जैसी दैवीय दृश्यावली को अतिशय वास्तविकता के साथ प्रस्तुत किया गया।
त्रैलर प्रतिक्रिया और दर्शकों की प्रतिक्रिया
Netflix ने 1 अक्टूबर 2025 को आधिकारिक ट्रेलर जारी किया, जिसमें टैगलाइन थी “धर्म और साहस की बरसों पुरानी कहानी, कुरुक्षेत्र में फिर लौट रही है।” ट्रेलर के बाद IMDb पर दर्शकों की प्रतिक्रिया अत्यधिक सकारात्मक रही। एक समीक्षक ने लिखा, “माइंड‑ब्लोइंग एनीमेशन, एपिक सीन और टॉप नॉच साउंडट्रैक—हर एक एक्शन सीक्वेंस ऐसा लग रहा है जैसे लाइव‑एक्शन फिल्म देख रहे हों।” दूसरा उपयोगकर्ता 10/10 अंक देकर कहा, “यह एक मास्टरपीस है—भव्य दृश्यों, शक्तिशाली प्रदर्शन और गहन कथा से पहला एपिसोड से ही जकड़ लेता है।” विशेष रूप से कृष्ण की विष्वरूपा दृश्य को कई दर्शकों ने “आँसुओं से भरपूर” बताया।
प्रमुख विषय और नैतिक चुनौतियां
सीरीज़ केवल युद्ध‑कथन नहीं, बल्कि ‘धर्म’, ‘कर्तव्य’ और ‘आत्म‑संघर्ष’ जैसे गहरे सवालों को उठाती है। प्रत्येक योद्धा के विचारों के माध्यम से यह दिखाया गया है कि किस तरह व्यक्तिगत इच्छाएँ, परिवारिक बंधन और सामाजिक दायित्व टकराते हैं। उदाहरण के तौर पर कौरवों के प्रमुख योद्धा दुर्योधन के दृष्टिकोण से दिखाया गया है कि सत्ता के लिये क्या बलिदान देना पड़ता है, जबकि पाण्डवों की ओर से युधिष्ठिर के मन में ‘धर्म के प्रति अडिग समर्पण’ को उजागर किया गया है। यह बहु‑आयामी दृष्टिकोण दर्शकों को ‘सही‑गलत’ के पार एक जटिल नैतिक परिदृश्य में ले जाता है।
भविष्य का रास्ता और भारतीय एनीमेशन पर प्रभाव
‘Kurukshetra’ की सफलता Netflix India के लिए एक संभावित नई दिशा खोलती है—ऐसे प्रोजेक्ट्स जो भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को आधुनिक तकनीक के साथ जोड़ते हैं। उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि इस मॉडल को अपनाकर भविष्य में अधिक ‘पौरा‑मिथिक’ या ‘ऐतिहासिक’ एनीमेशन बन सकते हैं, जो न केवल देशी दर्शकों को बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार को भी आकर्षित करेंगे। यदि यह सीरीज़ निरंतर उच्च रेटिंग बनाए रखती है, तो भारतीय एनीमेशन स्टूडियो को विदेशी निवेश और सहयोग के दरवाज़े खोलने की उम्मीद है।
- मुख्य भाषा: हिंदी
- डब्ड भाषाएँ: अंग्रेज़ी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़
- श्रेणियाँ: एक्शन, एनीमेशन, ड्रामा, वार, एपीक
- लक्षित दर्शक: 18+ (एडल्ट एनीमेशन)
- स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म: Netflix
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
यह सीरीज़ किन दर्शकों के लिए उपयुक्त है?
‘Kurukshetra’ को 18 वर्ष से ऊपर के दर्शकों को ध्यान में रखकर बनाया गया है, क्योंकि इसमें जटिल नैतिक प्रश्न, युद्ध‑ग्राफ़िक दृश्य और गहन दैवीय तत्व शामिल हैं, जो छोटे बच्चों के लिए उपयुक्त नहीं माने जाते।
सीरीज़ की मूल कथा किस ग्रंथ से ली गई है?
यह सीरीज़ प्राचीन भारतीय ग्रंथ महाभारत के कुरुक्षेत्र युद्ध पर आधारित है, जिसमें 18 प्रमुख योद्धाओं के दृष्टिकोण से घटनाओं को दिखाया गया है।
क्या इस सीरीज़ में हिंदी के अलावा अन्य भाषाओं का विकल्प है?
हां, Netflix ने ‘Kurukshetra’ को अंग्रेज़ी, तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ में डब करके लॉन्च किया है, ताकि भारत के विविध भाषा‑भाषी दर्शक इसे आसानी से देख सकें।
इस प्रोजेक्ट के पीछे कौन‑कौन सी तकनीकी टीम काम कर रही थी?
Anu Sikka की अगुवाई में एक अंतरराष्ट्रीय CG‑स्टूडियो ने काम किया, जिसमें 150 से अधिक एनीमेटर्स, VFX विशेषज्ञ, और ध्वनि‑डिज़ाइनर शामिल थे। उन्होंने रियल‑टाइम रेंडरिंग और HDR तकनीक का उपयोग करके महाकाव्य दृश्य तैयार किए।
Netflix इस सीरीज़ को भविष्य में कैसे आगे बढ़ाने की योजना बना रहा है?
Netflix ने कहा है कि ‘Kurukshetra’ के सफलता को देखते हुए वे भारतीय पौराणिक कथाओं पर आधारित और अधिक एनीमेटेड प्रोजेक्ट्स की तैयारी में हैं, ताकि भारतीय दर्शकों को उच्च‑गुुणवत्ता वाली स्थानीय कंटेंट उपलब्ध हो सके।
Jyoti Bhuyan - 12 अक्तूबर 2025
अगर आप महाकाव्य की दास्तान में डुबकी लगाना चाहते हैं, तो ‘Kurukshetra’ बिल्कुल वही मौका है। एनीमेशन की चमक और कहानी की गहराई साथ‑साथ आपको प्रेरित करती है। इसे देखते‑देखते आप खुद को भी धर्म के पथ पर चलते देखेंगे।
Sreenivas P Kamath - 12 अक्तूबर 2025
हां, क्योंकि कुरुक्षेत्र की लड़ाई को एनीमेट करने से हमारे रोज़मर्रा के किराने के बिल का सवाल भी हल हो जाएगा। मज़ाक को छोड़ो, अगर आपको CG में हज़ारों डॉलर खर्च करने में मज़ा आता है तो चलो देखिए।
akshay sharma - 13 अक्तूबर 2025
जब आप कृष्ण की विष्वरूपा को 4K HDR में देखते हैं, तो ऐसा लगता है जैसे ब्रह्मांड ने खुद आपका स्क्रीन छुआ हो। प्रत्येक योद्धा की आँखे, घाव, और हिचकिचाहट को इतनी बारीकी से रेंडर किया गया है कि आप उनके दिल की धड़कन सुन सकते हैं। इस सीरीज़ ने केवल लड़ाई नहीं, बल्कि कर्म और धर्म के बीच टकराव को भी रंगीन रूप में पेश किया है। CG के हर फ्रेम में भारतीय पैंथियन की गाथा की गूँज सुनाई देती है। अंत में, यह प्रोजेक्ट न सिर्फ़ बजट का आंकड़ा दिखाता है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक विरासत को भविष्य के डिजिटल मंच पर लाकर आशा भी बनाता है।
Anand mishra - 14 अक्तूबर 2025
‘Kurukshetra’ का निर्माण भारतीय एनीमेशन उद्योग में एक मील का पत्थर बन गया है, क्योंकि इसमें परम्परागत कथा को नई तकनीक के साथ बुनकर प्रस्तुत किया गया है। इस सीरीज़ में 18 अलग‑अलग दृष्टिकोणों से युद्ध का चित्रण किया गया है, जिससे प्रत्येक पात्र की आन्तरिक संघर्ष को समझना आसान हो जाता है। मोशन‑कैप्चर की मदद से पात्रों की अभिव्यक्ति प्राकृतिक और जीवंत लगती है, जिससे दर्शक उनके भावों में खो जाते हैं। HDR और रियल‑टाइम रेंडरिंग ने युद्ध के दृश्यों को इतनी वास्तविकता दी है कि जैसे आप ही शूरवीरों के बीच खड़े हों। कवचों की चमक, धुंधली धुंध और रक्त के रंग सभी में गहराई है, और ध्वनि‑ट्रैक भी उतना ही प्रभावशाली है। इसके अलावा, संवादों में प्रयुक्त प्राचीन संस्कृत वाक्यांश और आधुनिक हिंदी का मिश्रण दर्शकों को इतिहास और वर्तमान दोनों से जोड़ता है। अंततः, यह परियोजना न केवल भारतीय एनीमेशन को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाती है, बल्कि भविष्य में और भी बड़े प्रोजेक्ट्स के लिए रास्ता खोलती है।
Prakhar Ojha - 15 अक्तूबर 2025
तुम्हारी दी हुई तारीफ तो बहादुर लगती है, पर असल में ये सिर्फ़ बजट की नज़र है, कहानी का असली दम तो कभी भी धुंधला पड़ सकता है। अगर स्क्रिप्ट में गहराई नहीं है, तो कितनी भी CG चमके, बस चमक-धमक ही रहेगी।
Pawan Suryawanshi - 16 अक्तूबर 2025
वाह भाई, इस सीरीज़ ने सच में मेरे दिल को छू लिया! 🌟 एनीमेशन की क्वालिटी तो डिस्नी को भी हिला दे, और कहानी में इतनी बारीकी है कि मैं कई बार रुक कर सोचा, “यही तो महाभारत का असली रूप है।” 😍 अगर आप अभी तक नहीं देखे, तो तुरंत प्ले दबाओ, नहीं तो पछताओगे।
Harshada Warrier - 16 अक्तूबर 2025
yeh series 100% Netflix के पीछे के दिमागी कॉनस्पिरेसी का नतीजा है, उगते सूरज में काली जादू डालते हैं। सच पूछो तो मुझे लग रहा है कि कोई अजनビー जाल में फँसा रहा है।
Nath FORGEAU - 17 अक्तूबर 2025
काफी बढ़िया लग रहा है बिना ज्यादा बकवास के बात सीधे समझा देता है
Hrishikesh Kesarkar - 18 अक्तूबर 2025
इसे देखो तो समझ में आता है.
Manu Atelier - 19 अक्तूबर 2025
इस प्रोजेक्ट में तकनीकी उत्कृष्टता और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति का संगम स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है। विशेषतः विष्वरूपा का दृश्य दर्शकों को विचारशील बनाता है। संक्षेप में, यह एक उल्लेखनीय कृति है।
MANOJ SINGH - 20 अक्तूबर 2025
तुम्हारी सैरिस्टिक टिप्पणी सुनकर तो पसीना आने लगा, लेकिन वास्तविकता यह है कि यह श्रृंखला भारतीय गौरव को नया आयाम देती है; इसलिए इसे नकारना निरर्थक है।
Vaibhav Singh - 21 अक्तूबर 2025
मैं तो कहूँगा, एपिसोड देखी और बस यही सोच रहा हूँ कि अब तक ऐसे प्रोडक्शन नहीं देखे।
harshit malhotra - 21 अक्तूबर 2025
भारत की संस्कृति को दुनिया के सामने लाने की यह पहल सिर्फ़ एक एनीमेशन नहीं, बल्कि राष्ट्रीय आत्म‑गौरव की नई धारा है। जब तक हम अपने महाकाव्य को हाई‑टेक के साथ नहीं जोड़ेंगे, कोई भी विदेशी उत्पाद हमारे दिल की धड़कन नहीं समझ पाएगा। इस श्रृंखला ने दिखाया कि भारतीय कहानीकार भी विश्व स्तर की तकनीकी क्षमता रखते हैं। इन झलकियों में हमें पौराणिक पात्रों की मानवता, उनके द्वंद्व और उनके संघर्ष की गहराई मिलती है। हर फ्रेम में ऐसी बारीकी है कि मानो चित्रकार ने खुद हाथों से पेंट किया हो। इस प्रकार, चित्रण के साथ भावनात्मक उत्तेजना भी जुड़ी हुई है। CGI की चमक के साथ, ध्वनि‑डिज़ाइन ने भी युद्ध के कानों में गूँजाने जैसा प्रभाव दिया है। इस सीरीज़ ने यह भी सिद्ध किया कि बड़ी बजट वाली productions में भी भारतीय मूल्यों को बनाए रखा जा सकता है। दर्शक अब न केवल दृश्य के लिए, बल्कि नैतिक शिक्षा के लिए भी इसको सराहेंगे। इस पहल से भविष्य में और भी एनीमेटेड महाकाव्य बन सकते हैं, जैसे रामायण के नए अध्याय। साथ ही, यह भारतीय एनीमेशन स्टुडियो को वैश्विक निवेशकों के बीच भरोसा दिलाता है। अगर हम अभी इस रुझान को मज़बूत नहीं करेंगे, तो अवसर खो जाएगा। इसलिए, मुझे लगता है कि हम सभी को इस परियोजना को समर्थन देना चाहिए। कुल मिलाकर, ‘Kurukshetra’ न केवल हमारे इतिहास को जीवंत करता है, बल्कि उसे नई पीढ़ी के लिए और अधिक प्रासंगिक बनाता है। अंत में, यह एक गर्व का क्षण है जब हमारी कथा विश्व मंच पर चमकती है।
Ankit Intodia - 22 अक्तूबर 2025
विचारों की गहराई और एनीमेशन की पराकाष्ठा इस सीरीज़ को अनूठा बनाती है। अगर आप दार्शनिक पहलू देखना चाहते हैं तो यह आपके लिए काफी है। साथ ही, यह तकनीकी रूप से भी काफी उन्नत है।
Aaditya Srivastava - 23 अक्तूबर 2025
बड़े कदम है ये, हमारी कहानी अब ग्लोबल स्क्रीन पर। बहुत बढ़िया काम है।
Vaibhav Kashav - 24 अक्तूबर 2025
दिलचस्प है, लेकिन फिर भी थोड़ा ओवरड्रामा है। देखना पड़ता है।
saurabh waghmare - 25 अक्तूबर 2025
इस प्रोजेक्ट में कई स्तरों पर कार्य किया गया है, जिससे न केवल दृश्य बल्कि विचारधारा भी समृद्ध हुई है। विभिन्न दार्शनिक दृष्टिकोणों को प्रस्तुत करने का तरीका प्रशंसनीय है। साथ ही, इससे भारतीय एनीमेशन की जागरूकता में वृद्धि होगी। कुल मिलाकर, यह एक संतुलित और सम्यक् प्रयास है।
Madhav Kumthekar - 25 अक्तूबर 2025
मेरे ख्याल से एनीमेशन की क्वालिटी तो बधिया है, पर कुछ जगह पर कैरेक्टर के एक्सप्रेशन थोडे अजीब लग रहे है। फिर भी, कुल मिलाके फाइल ठीक थ।
Deepanshu Aggarwal - 26 अक्तूबर 2025
अरे यार, वो विष्वरूपा वाला सीन देख कर 😲 आँसू पड़ गए, बिल्कुल दिल को छू गया! 🎬 देखो, अगर तुम भी इमोशनल हो तो ज़रूर देखो।
Chandan kumar - 27 अक्तूबर 2025
समझ आ गया, बस एक बार देख लिया तो टांग से लगा दिया। फिर तो बड़ाई कर दी।