फ़ॉर्मूला वन की 2024 आय $3.65 बिलियन, लाइबर्टी मीडिया की नई रणनीति

फ़ॉर्मूला वन की 2024 आय $3.65 बिलियन, लाइबर्टी मीडिया की नई रणनीति

जब फ़ॉर्मूला वन ने 2024 में $3.65 बिलियन की कुल आय दर्ज की, तो यह पिछले साल की तुलना में 25 % की जबरदस्त बढ़ोतरी थी। लेकिन 2025 की पहली तिमाही में केवल $403 मिलियन की आय, यानी 27 % गिरावट, ने बाजार को चौंका दिया।

इन बदलावों का कारण सिर्फ एक दौड़ कम होना नहीं, बल्कि मार्केटिंग, प्रशासनिक और स्टाफ़ खर्चों में तीव्र बढ़ोतरी है। परिणामस्वरूप ऑपरेटिंग आय 2024 की पहली तिमाही में $136 मिलियन की फाइदा से 2025 की पहली तिमाही में $28 मिलियन का नुकसान में बदल गई।

ऐसी वित्तीय अस्थिरता के बीच भी लाइबर्टी मीडिया ने भविष्य के अनुबंधों से $14.2 बिलियन की अतिरिक्त आय सुरक्षित कर ली है, जो दीर्घकालिक स्थिरता का संकेत देता है।

फ़ॉर्मूला वन की आय संरचना

राजस्व को चार मुख्य ख़ण्डों में बांटा गया है:

  • मीडिया राइट्स – कुल आय का 32.8 %, जिसमें पारंपरिक टीवी, स्ट्रीमिंग और स्वयं का OTT प्लेटफ़ॉर्म “F1 TV” शामिल है।
  • रेस प्रोमोशन फीस – 29.3 %, जो वैश्विक ट्रैक प्रमोटर्स से आती है; लास वेगास के ग्रैंड प्री के लिए अनुमानित $1.5 बिलियन की राशि क्लार्क काउंटी ने दी है।
  • स्पॉन्सरशिप – 18.6 %, जिसमें ट्रैक साइड विज्ञापन, रेस टाइटल पार्टनरशिप और ग्लोबल पार्टनर स्टेटस शामिल हैं।
  • अन्य आय – 19.3 %, जिसमें पॅडॉक क्लब जैसी हाई‑मार्जिन हॉस्पिटैलिटी, मर्चेंडाइज़, सपोर्ट सीरीज़ और लॉजिस्टिक पार्टनर DHL (4 दशकों से) की सेवाएँ शामिल हैं।

इन चार स्तंभों ने फ़ॉर्मूला वन को लगभग 30 % ग्रॉस मार्जिन (एडमिन खर्चों से पहले) और 2023 में 12 % ऑपरेटिंग मार्जिन बनाए रखने में मदद की।

लीबर्टी मीडिया के अधिग्रहण के बाद रणनीतिक बदलाव

2016 में लाइबर्टी मीडिया ने फ़ॉर्मूला वन को खरीदा, तब से बीनी इकलस्टोन के दौर का जिक्र करना ज़रूरी है। बर्नी इकलस्टोन के तहत मॉडल बहुत हद तक चार स्तंभों पर आधारित था: स्थानीय चैनलों को ब्रॉडकास्ट राइट्स, लक्ज़री ब्रांड्स को विज्ञापन, रेस‑होस्ट फीस और लॉजिस्टिक पार्टनरशिप। इकलस्टोन खुद ने एक बार कहा था, “मैं 70‑साल के धनी व्यक्ति को ही टारगेट करूंगा, बच्चों को नहीं” – यह सोच अब बहुत पुरानी लगती है।

देरिक चेंग ने 2025 की पहली तिमाही earnings call में बताया, "मैंने स्टेफानो डोमेनीकाली के साथ कई रेसों में बात की और मौजूदा व संभावित स्पॉन्सर्स से सुना कि अब तक इस sport के साथ जुड़ने की ऊर्जा पहले कभी नहीं देखी गई।" इस नई ऊर्जा ने युवा दर्शकों को आकर्षित करने, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर एंगेजमेंट बढ़ाने और नए बाज़ार खोलने में मदद की।

उदाहरण के तौर पर, 2025 में USA‑based Miami Grand Prix की TV रेटिंग में 32 % गिरावट आई, फिर भी इसका अनुबंध 2041 तक बढ़ाया गया। मेक्सिको सिटी ग्रैंड प्री भी 2028 तक सुरक्षित है। ये दो कदम दर्शाते हैं कि लाइबर्टी मीडिया किराये के बजाय दीर्घकालिक अनुबंधों को प्राथमिकता दे रहा है।

टीमों की वित्तीय स्थिति

फ़ॉर्मूला वन की कुल लाभप्रदता के बावजूद, टीम‑टू‑टीम वित्तीय अंतर बहुत स्पष्ट है।

  • रेड बُل रेसिंग ने 2024 में सिर्फ $2.27 मिलियन का लाभ कमाया, जबकि मैक्स वर्स्टैपेन ने अपना चौथा लगातार ड्राइवर चैंपियनशिप हासिल किया।
  • मर्सिडीज‑एएमजी पेट्रोनास ने $161 मिलियन की तेज़ी से लाभ कमा ली, जो टीम के बड़े पैमाने के स्पॉन्सरशिप और एंजेजमेंट डील्स की वजह से संभव हो पाया।
  • मैकलरेन फ़ॉर्मूला वन टीम ने $72.6 मिलियन, और हास फ़ॉर्मूला वन टीम ने $8.7 मिलियन का मुनाफा दर्ज किया।

इन विभेदों के पीछे कई कारक हैं: एयरोडायनामिक निवेश, ड्राइवर वेतन, विकासात्मक प्रौद्योगिकी और सबसे बड़ी बात – प्रत्येक टीम के लिए अलग‑अलग वित्तीय साझेदारी मॉडल।

भविष्य की आय और अनुबंध

जैसे‑जैसे फ़ॉर्मूला वन डिजिटल दर्शकों को बढ़ा रहा है, नई राजस्व धाराएँ खुल रही हैं। 2025‑2028 के बीच तय हुए अनुबंधों ने $14.2 बिलियन की अतिरिक्त आय का वादा किया है, जिसमें प्रमुख ट्रैक‑प्रोमोटर्स के साथ स्थायी रेवेन्यू‑शेयर मॉडल शामिल है।

एक मोटरस्पोर्ट्स विश्लेषक, सौरभ वर्मा, ने कहा, "अगर लाइबर्टी मीडिया इन डिजिटल सहयोगों को सही ढंग से मोनेटाइज़ कर पाता है, तो 2030 तक फ़ॉर्मूला वन की कुल आय $6‑$7 बिलियन के करीब पहुँच सकती है।"

आगे क्या हो सकता है

भविष्य के लिए कई संभावनाएँ खुली हैं। सबसे पहले, सऊदी अरब का पब्लिक इन्कम फंड (PIF) ने कई बार फ़ॉर्मूला वन में निवेश की इच्छा जताई है, पर लाइबर्टी मीडिया के सीईओ ग्रेग माफ़ी ने साफ़ कहा – "अभी F1 की बिक्री पर विचार नहीं है।"

दूसरी बात, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर जैसी मौजूदा मार्केट्स में नया‑नया सर्किट जोड़ने की संभावना है, जिससे रेस‑प्रोमोशन फीस में इजाफा होगा। अंत में, भारत में बढ़ती फैन बेस को देखते हुए, 2026‑2027 में एक भारतीय ग्रैंड प्री की आशा जगी है, जो लॉजिस्टिक और स्पॉन्सरशिप दोनों में नई आय लाएगा।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

फ़ॉर्मूला वन की आय में सबसे बड़ा योगदान कौन सा है?

2024 के डेटा के अनुसार, मीडिया राइट्स 32.8 % के साथ सबसे बड़ा भागीदारी रखता है, क्योंकि यह वैश्विक टीवी चैनलों और स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म से निरंतर राजस्व प्राप्त करता है।

लाइबर्टी मीडिया के भविष्य के अनुबंधों की कुल राशि कितनी है?

कम्पनी ने 2025‑2030 के बीच $14.2 बिलियन के अनुबंधों को लॉक कर लिया है, जिसमें रेस‑प्रोमोशन फीस, मीडिया राइट्स और दीर्घकालिक स्पॉन्सरशिप शामिल हैं।

टीमों के बीच लाभ में इतना अंतर क्यों है?

मुख्य कारण बड़े‑पैमाने के स्पॉन्सरशिप, एयरोडायनामिक निवेश, ड्राइवर वेतन और टीम‑विशिष्ट व्यावसायिक मॉडल हैं; उदाहरण के लिए मर्सिडीज के पास स्थिर फ़ैक्टरी‑स्पॉन्सर और उच्च‑तकनीकी साझेदारियां हैं, जबकि रेड बुल की संरचना अलग है।

फ़ॉर्मूला वन का भारत में क्या प्रभाव होगा?

भारी भारतीय फैन बेस ने डिजिटल दर्शकों में 20 % की वृद्धि लाई है। यदि 2026‑27 में भारतीय ग्रैंड प्री जोड़ी गई, तो टिकेट बिक्री और स्थानीय स्पॉन्सरशिप से अतिरिक्त $200 मिलियन से अधिक की संभावित आय हो सकती है।

भविष्य में कौन सी नई रेसें फ़ॉर्मूला वन में जुड़ सकती हैं?

विशेषज्ञों के अनुसार, दक्षिण‑पूर्व एशिया (इंडोनेशिया या मलेशिया) और मध्य पूर्व (अर्जेंटिना या कतर) के संभावित सर्किट्स पर चर्चा चल रही है, जो नई मार्केटिंग और प्रीमियम रेस‑फीस उत्पन्न कर सकते हैं।

Shifa khatun

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Shifa khatun

मैं एक स्वतंत्र पत्रकार हूँ जो भारत में दैनिक समाचारों के बारे में लिखती हूँ। मुझे लेखन और रिपोर्टिंग में गहरी रुचि है। मेरा उद्देश लोगों तक सटीक और महत्वपूर्ण जानकारी पहुँचाना है। मैंने कई प्रमुख समाचार पत्रों और वेबसाइट्स के लिए काम किया है।

टिप्पणि (11)

  1. Arundhati Barman Roy

    Arundhati Barman Roy - 19 अक्तूबर 2025

    फ़ॉर्मूला वन की आय में उतार -चढ़ाव ने जगत में गहराई से असर डाला है। 2024 में 25% बढ़ोतरी अच्छी लगती है पर 2025 की पहली तिमाई में 27% गिराव बहुत चिंताजनक है। लाइबर्टी मीडिया की नई रणनीति ने कुछ स्थिरता लायी है, पर खर्चों की बढ़ोतरी को अनदेखा नहीं किया जा सकता।

  2. yogesh jassal

    yogesh jassal - 20 अक्तूबर 2025

    सच में, फ़ॉर्मूला वन को इस वित्तीय सवारी को एक दार्शनिक यात्रा माननी चाहिए।
    जब हम आय और खर्च के बीच का अंतर देखते हैं, तो हमें याद आता है कि जीवन में भी लाभ और हानि दोनो साथ चलते हैं।
    2024 की शानदार वृद्धि को हम एक तेज़ धावक की तरह देख सकते हैं, जो ट्रैक पर फुर्तीले कदम रखता है।
    परन्तु 2025 की पहली तिमाई में गिरावट ने हमें बताया कि हर तेज़ गति के बाद ब्रेक की ज़रूरत होती है।
    लाइबर्टी मीडिया की रणनीति को तब समझा जा सकता है कि वह भविष्य के अनुबंधों को पकड़ कर स्थिरता की घोड़ी पर सवार होना चाहता है।
    यह एक सकारात्मक संकेत है, क्योंकि भविष्य में नई डिजिटल साझेदारियां और स्ट्रीमिंग राजस्व बढ़ेगा।
    हम देखते हैं कि मीडिया राइट्स अभी भी सबसे बड़ा योगदानकर्ता है, इसलिए डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म का विकास अनिवार्य है।
    साथ ही, स्पॉन्सरशिप की नई लहर युवा दर्शकों को आकर्षित करेगी, जिससे संस्कृति और फैन बेस दोनों मजबूत होंगे।
    यदि फ़ॉर्मूला वन अपनी एंगेजमेंट को सोशल मीडिया और ई-स्पोर्ट्स के साथ जोड़ता है, तो खजाने की इंट्री बढ़ेगी।
    देरिक चेंग की कहे अनुसार, नई ऊर्जा ने मार्केट को सक्रिय कर दिया है, जो एक शानदार संभावनाओं का द्वार खोलता है।
    हालाँकि, खर्चों की बढ़ोतरी को नियंत्रित न किया जाये तो लाभ घटता रहेगा, यही एक सख्त वास्तविकता है।
    फिर भी, 14.2 बिलियन के अनुबंधों की उपलब्धि दर्शाती है कि दीर्घकालिक सोच में अभी भी नवीनीकरण है।
    भविष्य में अगर भारत जैसी बड़ी फ़ैन बेस वाले देश में ग्रैंड प्री जोड़ा जाये, तो आय में एक बड़ा उछाल देख सकते हैं।
    सारी बात को एक ही वाक्य में कहा जाये तो, फ़ॉर्मूला वन का भविष्य अनिश्चित लेकिन संभावनाओं से भरपूर है।
    और अंत में, मुझे लगता है कि अगर हम इस उत्साह को सही दिशा में ले जाएँ तो 2030 तक $6‑$7 बिलियन की आय की सपना हकीकत बन सकती है।

  3. Raj Chumi

    Raj Chumi - 21 अक्तूबर 2025

    ये आँकड़े पढ़कर दिल की धड़कन तेज़ हो गई!

  4. mohit singhal

    mohit singhal - 22 अक्तूबर 2025

    देश की शान को फ़ॉर्मूला वन की गिरावट से कोई नहीं गिरा सकता 🚀🔥 लाइबर्टी मीडिया की रणनीति में कोई कमी नहीं, बस हमें अपनी राष्ट्रीय पहचान को मजबूती से धूमके पर रखना चाहिए।

  5. pradeep sathe

    pradeep sathe - 23 अक्तूबर 2025

    आपकी भावना समझता हूँ, लेकिन आँकड़े दिखाते हैं कि वित्तीय प्रबंधन भी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना राष्ट्रीय गर्व। अगर दोनों को संतुलित किया जाये तो सबका फ़ायदा होगा।

  6. ARIJIT MANDAL

    ARIJIT MANDAL - 23 अक्तूबर 2025

    डेटा स्पष्ट है-वित्तीय अस्थिरता को संबोधित करने के लिए तुरंत खर्च कटौती आवश्यक।

  7. Bikkey Munda

    Bikkey Munda - 24 अक्तूबर 2025

    अगर आप खर्चों को तीन मुख्य वर्ग में विभाजित करें-मीडिया राइट्स, प्रॉमोशन फीस, स्पॉन्सरशिप-तो आप बेहतर बजटिंग कर सकते हैं। साथ ही, डिजिटल स्ट्रिमिंग के ROI को ट्रैक करना आवश्यक है। इन कदमों से फाइनेंशियल स्थिरता प्राप्त होगी।

  8. akash anand

    akash anand - 25 अक्तूबर 2025

    सही कहा तुमने, पर कुछ बातों को ध्यान में रखना जरुरी है जैसे कि "मार्जिन" के हिसाब से "कॅशफ़्लो" को प्राधान्य देना। लाइबर्टी के कॅश फ्लो मैनेजमेंट में अभी भी घाटा है।

  9. arun great

    arun great - 26 अक्तूबर 2025

    वित्तीय मॉडलों की बात करें तो, F1 में RACI मैट्रिक्स और KPI‑ड्रिवन एप्रोर्च अपनाना रणनीतिक लाभ देगा। एन्हांस्ड एंगेजमेंट मैट्रिक्स के साथ हम यूज़र रीटेंशन को 15% तक बढ़ा सकते हैं 📈। यह तकनीकी शब्दावली दर्शाता है कि हम डेटा‑ड्रिवन निर्णय ले रहे हैं।

  10. Anirban Chakraborty

    Anirban Chakraborty - 27 अक्तूबर 2025

    इन आँकड़ों को देखकर स्पष्ट है कि मौजूदा व्यावसायिक मॉडल में नैतिक असंतुलन है। खर्चों की बेपटइश गड़बड़ी को ठीक नहीं किया गया तो भविष्य में और बड़े नुकसान होंगे। हमें जिम्मेदारीपूर्वक वित्तीय पारदर्शिता लानी चाहिए।

  11. Krishna Saikia

    Krishna Saikia - 27 अक्तूबर 2025

    इसी कारण है कि हम राष्ट्रीय स्तर पर स्वदेशी निवेश को प्राथमिकता देते हैं और विदेशी पॉलिसी को चुनौती देते हैं। वित्तीय अनुशासन से ही देश की शान बनी रहेगी।

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