दिल्ली के रोहिणी में धमाके ने मचाई सनसनी
दिल्ली के रोहिणी में CRPF स्कूल के बाहर रविवार सुबह हुए बम धमाके ने पूरे नगर को हिला दिया। यद्यपि इस धमाके में कोई घायल नहीं हुआ, परंतु इसने सुरक्षा एजेंसियों का ध्यान खींचा है। रविवार सुबह करीब 7:50 बजे हुए इस धमाके के बाद स्कूल की दीवारों, आसपास की दुकानों और पार्क की गई एक कार को काफी नुकसान हुआ। अब तक इस विस्फोट को एक कच्चे बम का परिणाम माना जा रहा है।
जांच में जुटी कई एजेंसियां
धमाके के बाद दिल्ली पुलिस ने तत्काल घटना स्थल पर पहुंचकर FIR दर्ज की और एक व्यापक जांच शुरू कर दी। इस जांच में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) और नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) जैसी प्रमुख एजेंसियां भी शामिल हो चुकी हैं। इसके अलावा, एक बम स्क्वाड और पुलिस फॉरेंसिक टीम को भी स्थल की जांच करने के लिए भेजा गया है।
क्यों है यह धमाका खास चिंता का विषय
यह धमाका ऐसे समय हुआ है जब भारत भर में बम धमाकों की धमकी से सार्वजनिक भय का माहौल बना हुआ है। विभिन्न एयरलाइन्स को मिल रही बम धमाके की धमकियों ने इस घटना को और अधिक गंभीर बना दिया है। इसलिए, अब पुलिस CCTV फुटेज की जांच कर रही है ताकि दोषियों की पहचान की जा सके और धमाके के पीछे के उद्देश्यों को समझा जा सके।
सुरक्षा व्यवस्था में बढ़ोत्तरी
घटना के तुरंत बाद, पुलिस ने इलाके को सील कर दिया और सुरक्षा कड़ी कर दी गई। स्थानीय निवासियों से आग्रह किया गया है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तत्काल पुलिस को दें। जहां एक ओर जनता में भय का माहौल है, वहीं सुरक्षा एजेंसियां इस मामले की गहराई से जाँच कर रही हैं।
आतंकवाद से जुड़ सकती है कड़ी?
पुलिस अभी भी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस धमाके का कोई आतंकवादी संबंध है या यह कोई स्थानीय घटना है। जांच जारी है और पुलिस कई एंगल्स से मामले की पड़ताल कर रही है। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक कुछ भी निर्णायक तौर पर कहना मुश्किल है।
इस घटना ने न केवल दिल्ली में बल्कि पूरे देश में सुरक्षा परिदृश्य को परिभाषित करने की मांग को बढ़ा दिया है। जन सुरक्षा के लिए ऐसे हादसों का समय रहते हल निकाला जाना अति आवश्यक है।
Navneet Raj - 22 अक्तूबर 2024
इस तरह के धमाके से लोगों का डर समझ में आता है। पर असली सवाल ये है कि हम इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कर रहे हैं? सिर्फ जांच नहीं, बल्कि रोकथाम की रणनीति भी चाहिए।
Neel Shah - 23 अक्तूबर 2024
ये सब बस एक और बम है... अरे भाई, क्या हम इसे रोक नहीं सकते? ये सब तो बस एक नाटक है जिसमें सब अभिनय कर रहे हैं!!! और फिर क्या? फिर से एक और CCTV फुटेज देखेंगे???!!!
shweta zingade - 24 अक्तूबर 2024
मैं तो बस ये कहना चाहती हूं कि हम अपने बच्चों को सुरक्षित रखने के लिए कुछ करना बहुत जरूरी है! ये स्कूल के बाहर हुआ धमाका... अगर ये बच्चों के लिए नहीं तो किसके लिए? हमें जागना होगा, बस इंतजार नहीं करना होगा! ये बस शुरुआत है, अगर हम नहीं उठे तो आगे क्या होगा?
Pooja Nagraj - 24 अक्तूबर 2024
एक बम धमाका, जिसका उद्देश्य अज्ञात है, एक अत्यंत संकटपूर्ण घटना है जो नागरिक सुरक्षा के आधुनिक ढांचे के असफलता को उजागर करती है। यह विस्फोट केवल एक भौतिक घटना नहीं, बल्कि एक सामाजिक-राजनीतिक अस्थिरता का प्रतीक है।
Anuja Kadam - 25 अक्तूबर 2024
ye sab kya hai? kuchh bhi nahi hua phir bhi itna drama? police ko kuchh karna chahiye tha pehle hi... kya yehi hai hamara system?
Pradeep Yellumahanti - 26 अक्तूबर 2024
अब तो हर दूसरे दिन बम धमाका... अगर ये आतंकवाद है तो फिर आतंकवादी कौन है? या फिर हम अपने ही लोगों को दोषी ठहरा रहे हैं? इतना डर क्यों? ये तो बस एक बम है, बाकी सब टीवी पर चल रहा है।
Shalini Thakrar - 27 अक्तूबर 2024
इस घटना में एक अस्तित्ववादी लकीर खींची जा सकती है-जहां निराशा का एक बिंदु बन गया है, जिसके ऊपर सामाजिक असुरक्षा का जटिल नेटवर्क बन रहा है। इसका अर्थ है कि हम अपने सामाजिक आधार को फिर से परिभाषित करने की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं।
pk McVicker - 28 अक्तूबर 2024
बम धमाका। चुपचाप जांच। कोई नहीं मरा। अब चलो अगली खबर पर चलते हैं।
Laura Balparamar - 29 अक्तूबर 2024
हमें इस तरह के अपराधों के खिलाफ जनता को सशक्त बनाना होगा। लोगों को जागरूक करना होगा, न कि डराना। अगर कोई संदिग्ध चीज देखे तो रिपोर्ट करे-ये जिम्मेदारी हम सबकी है।
Shivam Singh - 31 अक्तूबर 2024
kya yeh sab real hai? ya phir koi fake news? sab kuchh jaldi se jaldi report karte hain... phir kuchh nahi hota... yeh sab kaise chalta hai?
Piyush Raina - 1 नवंबर 2024
यह घटना दिल्ली के साथ-साथ पूरे देश के लिए एक चेतावनी है। जब तक हम अपनी सुरक्षा व्यवस्था को सामाजिक विश्वास के साथ जोड़ नहीं देते, तब तक ये घटनाएं दोहराई जाएंगी।
Srinath Mittapelli - 2 नवंबर 2024
इस तरह के धमाके के बाद जो लोग डर जाते हैं, वो समझदार हैं। लेकिन जो लोग इसे नज़रअंदाज़ कर देते हैं, वो खतरे में हैं। जिस तरह से हम अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं, उसमें भी एक अनजाना डर है। हमें इसे बाहर नहीं, अंदर से सुधारना होगा।
Vineet Tripathi - 4 नवंबर 2024
बस इतना कहना है कि जब तक बम निकालने वाले नहीं फंसेंगे, तब तक ये चलता रहेगा। बस इतना ही।
Dipak Moryani - 6 नवंबर 2024
क्या ये धमाका वाकई एक बम से हुआ? क्या कोई चेक किया कि ये कच्चा बम था या कोई और चीज? क्या कोई ड्रोन या रिमोट डिवाइस नहीं था?
Subham Dubey - 8 नवंबर 2024
इस धमाके के पीछे एक वैश्विक षड्यंत्र है। ये सब जानबूझकर किया गया है ताकि भारत में अस्थिरता फैलाई जा सके। ये बम संभवतः विदेशी एजेंसियों द्वारा नियंत्रित था। सब फुटेज बदल दिए गए हैं। ये एक बड़ा नाटक है।
Rajeev Ramesh - 9 नवंबर 2024
सुरक्षा एजेंसियों की अक्षमता को उजागर करने वाली यह घटना भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा नीति के गहरे दोषों को दर्शाती है। इस असफलता के लिए उत्तरदायित्व वर्तमान सरकार पर आता है।
Vijay Kumar - 9 नवंबर 2024
बम धमाका। जांच। फिर चुप। दोबारा बम। फिर जांच। ये चक्र अब बंद करो।