आज का मौसम: बादल, बारिश और ठंडी हवा
दिल्ली-एनसीआर में अगस्त के आखिरी दिन मौसम ने मोड़ ले लिया है। आकाश में घने बादल हैं और कई दौर की बारिश हो रही है। मौसम विभाग के मुताबिक दिन भर हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ेंगी, जबकि शाम से रात और तड़के के बीच कुछ इलाकों में तेज़ बारिश के दौर भी लग सकते हैं। आज का अधिकतम तापमान 29–31 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है, जो इस मौसम के औसत से करीब 3 डिग्री कम है।
सुबह की शुरुआत मध्यम बारिश से हुई और दृश्यता लगभग 8.9 किलोमीटर दर्ज की गई। दिन में नमी 74% के आसपास बनी रहने वाली है, इसलिए तापमान नीचे होने के बावजूद उमस महसूस होगी। हवा पूर्व/दक्षिण-पूर्व की दिशा से करीब 15.8 किमी/घंटे की रफ्तार से चल रही है—हवा हल्की राहत देगी, मगर उमस को पूरी तरह कम नहीं करेगी। बारिश की समग्र संभावना 89% तक आंकी गई है, यानी छाता या रेनकोट रखें ही।
पिछले 24 घंटों में दिल्ली-एनसीआर में न्यूनतम तापमान में बड़ा बदलाव नहीं दिखा, जबकि अधिकतम तापमान 2–4 डिग्री तक ऊपर गया और 32–34 डिग्री के आसपास रहा। फिर भी, दोनों—अधिकतम और न्यूनतम—सामान्य से 1–2 डिग्री कम रहे। आसमान ज्यादातर बादलों से घिरा रहा और सतही हवाएं 16 किमी/घंटे तक चलीं। आज का पैटर्न भी broadly वैसा ही है, फर्क इतना कि देर दोपहर से बारिश का इंटेंसिटी बढ़ सकती है।
कुल मिलाकर, दिन में तापमान 25.6°C से 32.4°C के दायरे में रहेगा। सुबह और पूर्वाह्न का समय आउटडोर कामों के लिए अपेक्षाकृत बेहतर है, क्योंकि देर दोपहर/शाम को बौछारें तेज़ होने का अंदेशा है। आईएमडी का IMD अलर्ट बताता है कि “एक-दो स्थानों पर” भारी बारिश की संभावना है—यानी हर जगह नहीं, मगर जहां होगी, वहां थोड़े समय में पानी ज़्यादा गिर सकता है।
यह बदलाव अगस्त के औसत मौसम से अलग है। आमतौर पर इस समय दिल्ली में अधिकतम तापमान 34–36°C तक रहता है, लेकिन बादलों और लगातार फुहारों ने सूरज को ढका रखा है। नतीजा—दिन अपेक्षाकृत सुहावना, पर नमी के कारण चिपचिपा।

यात्रा और जीवन पर असर, क्या करें
बारिश का सबसे सीधा असर सफर पर दिखता है। ऑफिस टाइम में सड़कें फिसलन भरी होंगी, ब्रेकिंग डिस्टेंस बढ़ जाएगी और ट्रैफिक धीमा चलेगा। दिल्ली में ITO क्रॉसिंग, मिंटो ब्रिज अंडरपास, आरटीआर कॉरिडोर, भीड़-भाड़ वाले बाजारों के आसपास और रिंग रोड के कुछ हिस्सों पर पानी भरने की प्रवृत्ति रहती है—तेज़ बौछारें पड़ीं तो ये पॉकेट्स दबाव में आ सकते हैं।
एयरपोर्ट और रेलवे पर लो-क्लाउड और विज़िबिलिटी में कमी की वजह से समय-सारिणी प्रभावित हो सकती है। उड़ानें ऑपरेशनल रहती हैं, लेकिन देरी की गुंजाइश बढ़ जाती है। यात्रा से पहले स्टेटस चेक कर लें और अतिरिक्त समय रखें।
बारिश के दौरान स्कूल और दफ्तर जाने वालों के लिए प्रैक्टिकल चेकलिस्ट काम आएगी।
- वॉटरप्रूफ जैकेट/छाता रखें और फिसलन-रोधी जूते पहनें।
- कार चला रहे हैं तो टायर-ट्रेड और वाइपर की स्थिति जांच लें; हैज़र्ड लाइट का गलत इस्तेमाल न करें, जरूरत पर ही करें।
- पानी भरे अंडरपास या लो-लाइंग सड़कों से परहेज़ करें; गहराई का अंदाज़ा अक्सर गलत हो जाता है।
- देर शाम लौटना है तो अतिरिक्त समय का बजट रखें; पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर बैकअप प्लान रखें।
- बालकनी/छत की निकासी साफ करें; ढीले गमले या सजावटी सामान हवा में गिर सकते हैं।
- बिजली के उतार-चढ़ाव से बचने के लिए सर्ज-प्रोटेक्टर का इस्तेमाल करें; चार्जर और पावरबैंक तैयार रखें।
बिजली वितरण कंपनियां बारिश के दौरान पानी भरे इलाकों में एहतियाती शटडाउन कर सकती हैं। सोसाइटी और घरों में मेन-ड्रेन की सफाई पर ध्यान दें ताकि पानी का बहाव बाधित न हो। खुली तारों/इलेक्ट्रिक पोलों के पास खड़े होने से बचें।
हेल्थ एंगल भी जोड़ लें। अधिक नमी में शुगर/बीपी/अस्थमा के मरीजों को असुविधा हो सकती है। दवाइयां और इनहेलर साथ रखें। बार-बार भीगने से सर्दी-खांसी बढ़ सकती है—गीले कपड़े देर तक न पहने रहें।
एयर क्वालिटी की बात करें तो बारिश धूल-कणों को नीचे बिठाती है, इसलिए AQI में अस्थायी सुधार दिख सकता है। हालांकि, बारिश थमने के बाद और नमी बढ़ने पर शाम के वक्त धुंध-सी परत भी बन सकती है, जो ट्रैफिक सघन इलाकों में महसूस होती है।
अब फोकस पूर्वानुमान पर। 31 अगस्त से 3 सितंबर तक बादल और बारिश का सिलसिला बना रहने के संकेत हैं। रोजाना हल्की से मध्यम बौछारें और “एक-दो जगह” तेज़ बारिश की संभावना बनी रहेगी। हवा की रफ्तार 15–16 किमी/घंटे के आसपास रहने से उमस पूरी तरह नहीं घटेगी। आप इसे ‘मग्गी कंडीशन’ कह सकते हैं—तापमान ज्यादा नहीं, पर पसीना और चिपचिपाहट कायम।
घंटेवार रुझान पर नज़र डालें तो सुबह से दोपहर तक हल्की-फुहारों के साथ विराम मिलते रहेंगे। देर दोपहर के बाद क्यूम्युलोनिंबस बादलों के विकसित होने पर थोड़े समय के लिए तेज़ बौछारें गिर सकती हैं। रात और तड़के के बीच गरज-चमक के साथ बारिश के दौर सक्रिय रहने की संभावना रहती है।
अगर आपको बाहर लंबा समय बिताना है, तो ये ‘टाइम-ब्लॉक्स’ ध्यान रखें—सुबह 7 से 11 बजे के बीच अपेक्षाकृत आराम रहेगा; 3 बजे के बाद से रात तक बारिश के तेज़ दौर ज्यादा संभावित हैं।
शहर प्रबंधन पर भी नजर रहती है। बारिश के बीच पीडब्ल्यूडी/एमसीडी की डीसिल्टिंग और पम्पिंग की क्षमता की परीक्षा होती है। पानी भरने पर नागरिक हेल्पलाइनों/ऐप्स पर सूचना दर्ज कराना मददगार होता है, ताकि पम्पिंग टीमें तैनात हो सकें। कचरा नालियों में फेंकना बंद करें—यह छोटे-छोटे जाम को बड़े जलभराव में बदल देता है।
कृषि/पेरि-अर्बन बेल्ट—नोएडा एक्सटेंशन, बवाना, नजफगढ़, गाजियाबाद के ग्रामीण हिस्सों—में तेज़ बौछारें खेतों में अस्थायी जलभराव करा सकती हैं। सब्जियों की क्यारियों और नर्सरी प्लॉट्स में निकासी की व्यवस्था रखें। जिन इलाकों में निचले खेत हैं, वहां पानी की राह पहले से बना लें ताकि जड़ों को क्षति न हो।
कई पाठक पूछते हैं—“बारिश कब तक?” उत्तर छोटा: अभी 3 सितंबर तक रुक-रुक कर। लंबा: मॉनसून के एक्टिव फेज़ में बादल और नमी की आपूर्ति लगातार बनी हुई है, इसलिए दो-तीन दिनों तक रोजाना किसी न किसी हिस्से में बौछारें पड़ती रहेंगी। चूंकि मौसम पूर्वानुमान की सटीकता आगे बढ़ने पर घटती है, इसलिए 24–48 घंटे के अपडेट सबसे भरोसेमंद होते हैं।
घर-परिवार के लिए कुछ छोटे मगर असरदार उपाय:
- डोरमैट और फर्श पर सूती कपड़े रखें ताकि फिसलन कम हो।
- बच्चों के स्कूल बैग में रेनकवर लगाएं; अतिरिक्त मास्क/टिश्यू रखें।
- दोपहिया चलाते समय हेलमेट की वाइज़र साफ रखें; पतले पोंछे का इस्तेमाल करें।
- कार की सीट-बैक में पोंछा/तौलिया रखें; इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को सूखा रखने के लिए पाउच उपयोग करें।
- बेसमेंट पार्किंग में पानी भरने की गुंजाइश हो तो कार ऊंची जगह शिफ्ट करें।
आज के लिए एक टेम्पलेट सोचिए—सुबह हल्की बारिश, दोपहर में ब्रेक, देर दोपहर से रात तक तेज़ बौछारों की संभावना, और तापमान 30 डिग्री के आसपास। इसके साथ 70% से ज्यादा नमी, हल्की हवा और बीच-बीच में गरज। जो लोग आउटडोर शूट, इवेंट या मैदान में अभ्यास करते हैं, उनके लिए मॉर्निंग स्लॉट बेहतर रहेगा।
संक्षेप में, मौसम सुहावना है मगर मुश्किलें साथ हैं—उमस, पानी भरने की आशंका और ट्रैफिक की रफ्तार धीमी। समय से पहले निकलें, रास्ता सोच-समझकर चुनें, और मौसम बुलेटिन्स पर नजर बनाए रखें। जैसे-जैसे सिस्टम शिफ्ट करेगा, अपडेट बदल सकते हैं—आप भी अपनी योजना उसी हिसाब से ट्यून करें।
एक टिप्पणी लिखें