कामिका एकादशी 2025: तिथि, महत्त्व और पूजा विधान
हिंदू पंचांग के अनुसार कामिका एकादशी हर साल श्रावण मास के कृष्ण पक्ष में आती है, जो 2025 में 21 जुलाई को पड़ रही है। यह एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित है, और माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
सुबह ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करने के बाद व्रतधारी साफ वस्त्र पहनते हैं। इसके बाद पूजा-स्थल पर श्रीहरि विष्णु की प्रतिमा या फोटो स्थापित कर धूप-दीप, पुष्प, तुलसी दल, और नैवेद्य अर्पित किया जाता है। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना भी अत्यंत शुभ माना जाता है। शक्ति प्राप्ति, मानसिक शांति और पारिवारिक सुख की कामना से श्रद्धालु दिनभर निर्जला या फलाहार व्रत रखते हैं। रात में जागरण और भजन-कीर्तन का विशेष महत्त्व है।
मान्यता है कि कामिका एकादशी का व्रत सफाई मन, शुद्धिकरण और समृद्धि का प्रतीक है। इसे करने से जन्म-जन्मांतर के बंधन और व्याधियाँ दूर होती हैं। कई लोग इस दिन गरीबों को वस्त्र या भोजन भी दान करते हैं।
शुभकामना संदेश और कोट्स (हिंदी और संस्कृत)
त्योहारों का खास आनंद प्रियजनों, दोस्तों और परिवार को शुभकामनाएं भेजने में है। यहां हम खास कामिका एकादशी के लिए कुछ सुंदर संदेश और श्लोक दे रहे हैं जिन्हें आप आसानी से शेयर कर सकते हैं:
- कामिका एकादशी के शुभ अवसर पर, भगवान विष्णु आपकी हर मनोकामना पूरी करें! शुभकामनाएं।
- ईश्वर करे आपकी जिंदगी में सुख-समृद्धि और शांति का वास रहे। कामिका एकादशी की शुभकामनाएं।
- जो व्यक्ति कामिका एकादशी पर व्रत रखता है, वह जीवन में हर सफलता प्राप्त करता है।
- सर्वजन सुखिनो भवन्तु, सर्वे संतु निरामया। कामिका एकादशी के पावन पर्व पर मंगलमय शुभकामनाएं!
संस्कृत श्लोक भी साझा किए जा सकते हैं, जैसे:
"ॐ नमो भगवते वासुदेवाय। शुभं भवतु, कामिका एकादश्याः शुभकामनाः।"
ये संदेश आप अपने प्रियजनों को, व्हाट्सऐप, फेसबुक या किसी भी प्लेटफॉर्म पर भेज सकते हैं, ताकि उनका दिन और भी खास बन जाए।
कामिका एकादशी का पर्व न केवल व्रत-उपवास का, बल्कि आत्मशुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति की राह दिखाता है। इसी पावन भावना के साथ अपने सगे-संबंधियों को शुभकामना भेजना हमेशा स्मरणीय रहता है।
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