प्राइम वीडियो पेश करता है 'सिटाडेल: हनी बनी' का ट्रेलर, वरुण धवन और सामंथा रुथ प्रभु रहेंगे मुख्य किरदार में
अक्तू॰ 16 2024 - मनोरंजन
क्रिकेट टीम में कप्तान के बाद सबसे महत्त्वपूर्ण पद उप‑कप्तान का होता है. जब कप्तान बाहर हो या रणनीति बदलनी पड़े, तो यह व्यक्ति तुरंत कदम रखता है. कई बार यही खिलाड़ी मैच की दिशा बदल देता है.
चुनाव में टीम मैनेजर और कोच दोनों का हाथ होता है. वे देखते हैं कि खिलाड़ी के पास खेल समझ, फील्डिंग कौशल और दबाव सहन करने की क्षमता हो. अक्सर वह खिलाड़ी चुनते हैं जो कप्तान के साथ अच्छा तालमेल रखता हो और बैट या बॉल दोनों में भरोसेमंद हो.
उदाहरण के तौर पर IPL 2025 में रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु (RCB) ने विराट कोहली की चोट के दौरान अपने उप‑कप्तान को जल्दी से जिम्मेदारी सौंपा. यह कदम टीम को स्थिर रखने में मददगार साबित हुआ.
उप‑कपटान सिर्फ़ बैटिंग या बॉलिंग नहीं करता, बल्कि फील्ड सेटअप और खिलाड़ी मनोबल भी संभालता है. जब टीम को अचानक बदलाव चाहिए होते हैं, तो वह तुरंत नई योजना प्रस्तुत कर देता है.
जैसे कि गुजरात टाइटन्स ने 2025 के सीज़न में जोस बटलर को उप‑कप्तान बनाया. उनके तेज़ निर्णयों से टीम कई कठिन ओवर्स में रफ़्तार पकड़ पाई और जीत की ओर बढ़ी.
उप‑कपटान का काम दबाव में शांति बनाए रखना भी है. जब बैटिंग के दौरान विकेट गिरते हैं, तो वह नए बॅटस्मैन को भरोसा दिलाता है, जिससे वे जल्दी ही अपना रफ़्तार वापस पा लेते हैं.
एक और उदाहरण बिहार की मौसम अलर्ट रिपोर्ट से जुड़ी टीम मैनेजमेंट में देखा गया. जब तेज़ हवाओं के कारण फील्डिंग प्लान बदलना पड़ा, तो उप‑कपटान ने तुरंत नई पोजीशन बताई और गेंदबाजों को दिशा सुझाई.
उप‑कप्तान की जिम्मेदारियों में टीम मीटिंग्स का नेतृत्व भी शामिल है. वह खिलाड़ियों से फीडबैक लेता है, उसे कोच के पास पहुंचाता है और आवश्यक बदलाव करता है. इस तरह टीम हमेशा अपडेट रहती है.
यदि आप अपने स्थानीय क्लब या कॉलेज टीम में उप‑कप्तान बनना चाहते हैं तो कुछ चीज़ें याद रखें:
अंत में, उप‑कपटान का काम सिर्फ़ एक विकल्प नहीं, बल्कि टीम की सफलता में एक जरूरी कड़ी है. जब आप इस भूमिका को समझ कर निभाते हैं तो आपके पास जीत का बड़ा हाथ होता है.
© 2025. सर्वाधिकार सुरक्षित|