मुंबई इंडियंस के लिए जसप्रीत बुमराह की वापसी
मुंबई इंडियंस के प्रशंसकों के लिए यह एक बड़ी राहत है कि उनके स्टार गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने आईपीएल 2025 के महत्वपूर्ण मैच से पहले टीम में वापसी की है। बुमराह की यह वापसी कप्तान रोहित शर्मा की चोट की चिंताओं के बीच मुंबई के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है। बुमराह को भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान पीठ में चोट लगने के बाद लंबी पुनर्वास प्रक्रिया से गुजरना पड़ा था।
BCCI के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में अपनी फिजिकल फिटनेस को साबित करने के बाद, बुमराह ने मुंबई इंडियंस के कैम्प में 6 अप्रैल को प्रशिक्षण लिया। मुंबई इंडियंस के कोच महेला जयवर्धने ने पुष्टि की कि बुमराह अब पूरी तरह फिट हैं और टीम के अगले मैच के लिए तैयार हैं। बुमराह की वापसी टीम के तेज गेंदबाजी अटैक को मजबूती देगी, खासकर जब उनका सामना विराट कोहली और रजत पाटीदार जैसे RCB के धुरंधरों से हो।
रोहित शर्मा की चोट के बादल
हालांकि, मुंबई इंडियंस की तैयारियों को कप्तान रोहित शर्मा की चोट की वजह से झटका लगा है, जिन्हें पिछले मैच में घुटने की चोट के कारण बाहर बैठना पड़ा था। जयवर्धने ने बताया कि रोहित अपनी चोट से बेहतर महसूस कर रहे हैं और उन्होंने नेट में बल्लेबाजी भी की है। लेकिन उनकी अंतिम उपलब्धता का फैसला बाद में किया जाएगा।
बुमराह की वापसी जहां टीम को नई ऊर्जा देगी, वहीं यह जरूरी है कि उनका उपयोग समझदारी से किया जाए ताकि उनकी फिटनेस और फॉर्म दोनों बरकरार रहें। उनके 133 मैचों में 165 विकेट लेना और आईपीएल 2023 में 20 विकटों के उनके शानदार प्रदर्शन की बदौलत टीम का मनोबल ऊंचा है। बुमराह की अनुभवी उपस्थिति से युवा गेंदबाजों ट्रेंट बोल्ट और दीपक चाहर को भी सीखने का मौका मिलेगा, जिससे मुंबई इंडियंस की आगामी मैचों में बेहतर प्रदर्शन की अपेक्षा है।
Ayush Sharma - 8 अप्रैल 2025
बुमराह वापस आ गए हैं, ये तो बड़ी खबर है। अब तो मुंबई का अंदाज़ ही बदल गया।
कोहली के खिलाफ उनकी योजना देखने लायक होगी।
charan j - 9 अप्रैल 2025
रोहित बाहर तो बुमराह वापस आया तो फिर क्या हुआ यार
टीम अभी भी बेकार है
Kotni Sachin - 10 अप्रैल 2025
अरे भाई, बुमराह की वापसी तो बहुत अच्छी बात है, लेकिन ये नहीं भूलना चाहिए कि टीम का निर्माण एक व्यक्ति पर नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम पर निर्भर करता है! रोहित की अनुपस्थिति बहुत बड़ी चुनौती है, और उनके बिना मिडिल ऑर्डर का दबाव बढ़ जाता है।
बोल्ट और चाहर को बुमराह के साथ खेलने का मौका मिलेगा, जो बहुत बड़ा फायदा होगा, क्योंकि एक ऐसे गेंदबाज से सीखना जो 165 विकेट ले चुका है, वो किसी कोचिंग के बराबर है।
लेकिन ये भी ध्यान रखना होगा कि बुमराह को जल्दी से ज्यादा ओवर न दिए जाएं, वरना वो फिर से चोटिल हो सकते हैं।
हमें उनके लिए एक स्मार्ट राउंड-रोबिन सिस्टम बनाना चाहिए - जैसे पहले 3 ओवर फास्ट, फिर 2 ओवर ब्रेक, फिर वापस फास्ट।
और रोहित के लिए, उनकी फिटनेस को धीरे-धीरे बढ़ाना होगा, न कि एक दिन में नेट में बल्लेबाजी करके उन्हें रख देना।
मैं तो सोचता हूँ, अगर वो पूरी तरह फिट हो जाएं तो टॉप ऑर्डर में उनका नेट बल्लेबाजी करना अच्छा है, लेकिन अगर वो थोड़ा भी दर्द महसूस करें तो तुरंत बाहर कर देना चाहिए।
ये टीम के लिए लंबे समय तक बेहतर होगा।
और ये भी याद रखें, बुमराह की वापसी अभी तो शुरुआत है - अब देखना है कि क्या टीम उनके आसपास अपनी रणनीति बना पाती है।
Nathan Allano - 10 अप्रैल 2025
बुमराह की वापसी से तो दिल खुश हो गया, लेकिन रोहित की चोट का दर्द अभी भी बना हुआ है।
अगर रोहित नहीं खेल पाएं तो मुंबई का बल्लेबाजी क्रम बहुत असंतुलित लगेगा।
मैं तो सोचता हूँ कि उनके बिना शिवम दुबे या सूर्यकुमार यादव को नेतृत्व देना चाहिए - वो दोनों अपने अंदाज़ में बहुत शांत और समझदार हैं।
बुमराह को अगर टीम के लिए बहुत ज्यादा ओवर दिए जाएंगे तो फिर वो फिर से बाहर हो सकते हैं - ये टीम के लिए बहुत बड़ा झटका होगा।
मैं तो चाहूंगा कि वो शुरुआत में सिर्फ 3-4 ओवर फेंकें, फिर धीरे-धीरे बढ़ाएं।
और हां, दीपक चाहर को बहुत जल्दी नहीं छोड़ना चाहिए - वो अभी भी बहुत अच्छा बन रहा है।
मुंबई के लिए ये वक्त बहुत अहम है - बुमराह की वापसी ने आशा जगाई है, अब देखना है कि टीम उस आशा को असली जीत में बदल पाती है या नहीं।
Guru s20 - 12 अप्रैल 2025
बुमराह वापस आ गए हैं - ये तो बड़ी बात है।
लेकिन रोहित के बिना भी टीम चल सकती है, बस थोड़ा एडजस्टमेंट चाहिए।
शिवम दुबे को कप्तान बना दें, वो बहुत शांत और स्मार्ट है।
और बुमराह को अगर ज्यादा ओवर न दें तो वो लंबे समय तक खेल सकते हैं।
मैं तो इंतज़ार कर रहा हूँ उनके और कोहली के बीच के बल्ले-गेंद के बहस का।
Raj Kamal - 13 अप्रैल 2025
अरे यार बुमराह की वापसी तो बहुत अच्छी है मगर मुझे लगता है कि उनकी फिटनेस अभी भी पूरी तरह से चेक नहीं हुई है क्योंकि उन्होंने बस 6 अप्रैल को कैम्प में आकर प्रशिक्षण लिया है और ये तो बहुत कम समय है अगर हम उनकी पिछली चोट को देखें जो ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान हुई थी और उसके बाद उन्हें लंबी पुनर्वास अवधि के लिए बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में रखा गया था तो मुझे लगता है कि वो अभी भी अपनी फिटनेस को पूरी तरह से बहाल नहीं कर पाए हैं और अगर उन्हें जल्दी से ज्यादा ओवर दिए जाएंगे तो फिर से चोट लग सकती है और तब तो टीम के लिए बहुत बड़ी समस्या हो जाएगी क्योंकि उनके बिना मुंबई का गेंदबाजी अटैक बहुत कमजोर हो जाएगा और रोहित की चोट के साथ तो टीम का नेतृत्व भी अस्थिर हो जाएगा और शिवम दुबे या सूर्यकुमार यादव जैसे खिलाड़ियों को बहुत जल्दी कप्तान बनाना ठीक नहीं होगा क्योंकि वो अभी भी अनुभव की कमी महसूस कर रहे हैं और इस तरह के बड़े मैचों में अनुभवी कप्तान की जरूरत होती है और बुमराह के साथ दीपक चाहर और ट्रेंट बोल्ट का गेंदबाजी अटैक बहुत शानदार होगा अगर उन्हें धीरे-धीरे बढ़ाया जाए तो मुझे लगता है कि टीम को एक स्मार्ट प्लान बनाना चाहिए जिसमें बुमराह को सिर्फ एंड ओवर्स में ही डाला जाए और उनके लिए रिकवरी टाइम भी बहुत जरूरी है नहीं तो ये सब बस एक शॉर्ट टर्म हाइप हो जाएगा।
Rahul Raipurkar - 13 अप्रैल 2025
बुमराह की वापसी एक भावनात्मक घटना है - लेकिन खेल का दर्शन भावनाओं पर नहीं, बल्कि सांख्यिकी पर आधारित होना चाहिए।
165 विकेट तो बहुत हैं, लेकिन आईपीएल 2023 में 20 विकेट का आंकड़ा भी एक छोटा नमूना है।
अगर उन्हें बहुत जल्दी फिट घोषित कर दिया जाता है, तो ये बस एक बाजार भावना है - एक ड्रामा जो दर्शकों को जोड़े रखने के लिए बनाया गया है।
रोहित की चोट एक वास्तविक खेल की वास्तविकता है।
एक टीम जो एक व्यक्ति पर निर्भर है, वो एक अस्थायी टीम है।
मनोबल बढ़ाने के लिए बुमराह को बुलाना आसान है - लेकिन टीम को बनाना तो दूसरी बात है।
PK Bhardwaj - 14 अप्रैल 2025
बुमराह की वापसी एक स्ट्रैटेजिक एडवांटेज है - लेकिन इसका इंप्लीमेंटेशन टीम के बॉलिंग रोटेशन और ओवर मैनेजमेंट पर निर्भर करेगा।
उनकी एक्सपर्टाइज़ इन �पॉइंट ब्रेकिंग एंड ओवर्स और डिफेंसिव लाइन्स को रिकॉर्ड करने में अद्वितीय है।
लेकिन टीम को इस बात का ध्यान रखना होगा कि उनकी बॉलिंग इंटेंसिटी और फिजिकल लोड के बीच बैलेंस बनाया जाए।
रोहित की अनुपस्थिति एक लीडरशिप गैप को दर्शाती है - लेकिन ये एक अवसर भी है कि युवा खिलाड़ी जैसे शिवम दुबे या सूर्यकुमार यादव अपनी लीडरशिप क्षमता को डेवलप करें।
बुमराह के साथ बोल्ट और चाहर का टैंडम एक बहुत ही पावरफुल बॉलिंग लाइन हो सकता है - अगर उन्हें ओवर रेंज के हिसाब से स्मार्टली इस्तेमाल किया जाए।
ये टीम के लिए एक टेस्ट है - क्या वो एक एक्स्ट्रा-टैलेंटेड प्लेयर के आधार पर टीम को बनाते हैं, या उसे एक व्यवस्थित फ्रेमवर्क में इंटीग्रेट करते हैं।