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नव॰ 13 2024 - अंतरराष्ट्रीय
क्या आपने कभी सोचा है कि भगवान कृष्ण की कहानी सिर्फ पौराणिक नहीं, बल्कि रोज़मर्रा की जिंदगी में भी काम आती है? उनका जन्म मथुरा के कंस के विरोध में हुआ था, फिर वे गोकुल में बचपन बिताते हुए बैंसुरी बजाते और मोहिनी मोर पंखों जैसी कहानियां बनाते। इन छोटी-छोटी घटनाओं से हमें धैर्य और साहस की सीख मिलती है।
कृष्ण की सबसे प्रसिद्ध कहानी उनका बाल्यकाल में कंस को मारना है, जो उनके दादा के प्रति बहुत द्वेषपूर्ण था। इस घटना ने दिखाया कि सच्चा न्याय हमेशा जीतता है, चाहे रास्ते कठिन हों। फिर बैंसुरी वाद्य बजाकर गोकुल के गोपियों को मोहित करना, जिसमें रासलीला की शुरुआत हुई, हमें प्रेम और आनंद की भावना देती है।
कुरुक्षेत्र में अर्जुन को दिया गया भगवद्गिता का उपदेश शायद सबसे प्रभावशाली हिस्सा है। यहाँ कृष्ण ने जीवन के लक्ष्य, कर्म और आत्मा की बातों को सरल शब्दों में समझाया, जिससे आज भी विद्यार्थी और पेशेवर इसे अपनाते हैं।
हर साल होली, जन्माष्टमी या रथ यात्रा जैसी त्यौहारों पर लोग कृष्ण के गीत गाकर उनके जीवन को याद करते हैं। इन भजनों में न सिर्फ संगीत है, बल्कि नैतिक शिक्षा भी छुपी होती है—सच्चाई, दया और कर्तव्य पालन की ओर प्रेरित करती हैं।
आधुनिक भारत में भी कई लोग कृष्ण के सिद्धांतों को अपना कर व्यावसायिक चुनौतियों से निपटते हैं। उनका "काम करो लेकिन फल की चिंता मत करो" वाला विचार आज के उद्यमियों को बहुत आकर्षित करता है। आप भी अगर तनाव या निर्णय लेने में उलझे हों, तो कृष्ण की कहानियां पढ़कर एक नया दृष्टिकोण पा सकते हैं।
तो अगली बार जब आप कोई कठिन परिस्थिति देखेंगे, याद रखिए कि भगवान कृष्ण ने भी कई चुनौतियों को पार किया है—आपके भीतर वही शक्ति है। इस पृष्ठ पर हमने उनके जीवन के मुख्य पहलुओं को सरल भाषा में बताया है, ताकि आप आसानी से समझ सकें और अपने दैनिक जीवन में लागू कर सकें।
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