आयकर समाचार और अपडेट – रोज़ाना खबरें इंडिया

जब आप आयकर, भारत में व्यक्तिगत और कंपनी की आय पर लगने वाला कर. Also known as टैक्स, it हर वित्तीय वर्ष में आय का हिसाब‑किताब और भुगतान को नियमबद्ध करता है के बारे में सोचते हैं, तो कुछ जुड़े हुए शब्दों को समझना मददगार रहता है। पहला है आयकर ऑडिट, रिटर्न की शुद्धता जांचने की सरकारी प्रक्रिया – इसे पूरी तरह समझना जरूरी है क्योंकि आयकर का हिस्सा यह भी है कि ऑडिट रिपोर्ट कब और कैसे जमा करनी है। दूसरा है CBDT, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड, जो आयकर नीति बनाता और लागू करता है। अंत में, ITR, आयकर रिटर्न फॉर्म, जिसमें आपका सालाना आय विवरण होता है आता है, जिससे सभी आंकड़े एक जगह इकट्ठा होते हैं। इन चार चीज़ों के बीच का संबंध ऐसी त्रयी बनाता है जिसके बिना आयकर का सही प्रबंधन असंभव है।

मुख्य संबंध और नवीनतम बदलाव

हाल के कुछ महीनों में दो बड़े बदलाव हुए हैं। पहले, CBDT ने हाई कोर्ट के आदेश के बाद आयकर ऑडिट की अंतिम तिथि 30 सितंबर से बढ़ाकर 31 अक्टूबर 2025 कर दी। इसका कारण तकनीकी गड़बड़ी, पोर्टल लोडिंग समस्या और नई MSME प्रावधानों की अनजानी जटिलता थी। यह विस्तार उन 40 लाख अनुमानित ऑडिट रिपोर्टों में से केवल 4 लाख को समय पर जमा करने में मदद करेगा। दूसरा परिवर्तन यह है कि हाई कोर्ट ने आयकर के कुछ प्रावधानों पर सीमाएँ निर्धारित कीं, जिससे भविष्य में टैक्सपेयर्स को कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। इस तरह, हाई कोर्ट, भारत की सर्वोच्च न्यायिक संस्था, जो आयकर मामलों में सीमाएं तय करती है ने भी इस प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाई।

इन बदलावों को समझने से आप दो मुख्य प्रश्नों का जवाब पा सकते हैं: पहला, “ऑडिट रिपोर्ट कब तक जमा करनी है?” – अब आपका उत्तर 31 अक्टूबर 2025 है, जिससे आप समयबद्ध तैयारी कर सकते हैं। दूसरा, “CBDT के नए दिशा‑निर्देश क्या हैं?” – वे अब पोर्टल स्थिरता, डिजिटल स्क्रीनशॉट और MSME कोफ़़ीशन के बारे में स्पेसिफ़िक गाइडलाइंस दे रहे हैं। यदि आप ITR फॉर्म भर रहे हैं, तो इन सभी बिंदुओं को ध्यान में रखकर डेटा एंट्री सुनिश्चित करें; इससे आप अनावश्यक त्रुटियों से बचेंगे।

इन सभी अपडेट्स को एक साथ देखना दर्शाता है कि आयकर एक जटिल इकोसिस्टम है जहाँ प्रत्येक घटक – ऑडिट, CBDT, ITR और कोर्ट – आपस में जुड़े हुए हैं। जब आप अपने टैक्स फाइलिंग या ऑडिट की तैयारी कर रहे हों, तो इन संबंधों को याद रखें, क्योंकि यही आपका दिशा‑निर्देश बनता है। अब आप इस पेज पर नीचे दी गई खबरों की सूची में जाकर देख सकते हैं कि वर्तमान में कौन‑सी खबरें इस इकोसिस्टम को प्रभावित कर रही हैं, कौन‑से नए नियम लागू हुए हैं और कैसे आप इनका लाभ उठा सकते हैं।

CBDT ने FY 2024-25 के टैक्‍स ऑडिट रिपोर्ट दाखिला की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर तक बढ़ाई

CBDT ने FY 2024-25 के टैक्‍स ऑडिट रिपोर्ट दाखिला की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर तक बढ़ाई

  • 0

CBDT ने 2024-25 के वित्तीय साल के टैक्‍स ऑडिट रिपोर्ट की जमा करने की आखिरी तिथि को 30 सितंबर से बढ़ाकर 31 अक्टूबर कर दिया। यह बदलाव पेशेवर संगठनों की फसल‑बाढ़ जैसी आपदाओं की वजह से हुई परेशानियों को देखते हुए किया गया। लागू नियमों के तहत 1 करोड़ से अधिक टर्नओवर वाले व्यापार और 50 लाख से अधिक राजस्व वाले पेशेवर अब नई तिथि तक फॉर्म 3CA/3CB/3CD भर सकते हैं। देर से दाखिल करने पर 0.5 % टर्नओवर या 1.5 लाख रुपये तक जुर्माना लग सकता है, सिवाय उचित कारण के। अक्टूबर में कई टैक्स‑डेडलाइन एक साथ टकराएँगी, इसलिए समय से तैयारी जरूरी है।

और पढ़ें