आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस – क्या है और क्यों जरूरी?

आपने सोशल मीडिया पर या टीवी पर AI का ज़िक्र कई बार सुना होगा, लेकिन असल में इसका मतलब क्या होता है? सरल शब्दों में कहें तो आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस यानी वह तकनीक जो कंप्यूटर को इंसान जैसा सोच‑समझ करने की ताकत देती है। इससे फोन के वॉइस असिस्टेंट से लेकर ऑनलाइन शॉपिंग तक सब कुछ आसान हो जाता है।

AI का हमारे रोज़मर्रा जीवन में प्रयोग

आजकल AI हमारी जिंदगी में कई जगह मौजूद है। जब आप यूट्यूब पर वीडियो देखते हैं तो वही एल्गोरिद्म आपके पसंदीदा कंटेंट को चुनता है। बैंकिंग ऐप्स में फ्रोड डिटेक्शन, डॉक्टरों के पास टेलीमेडिसिन, और स्कूल में ऑनलाइन क्लासेस – सभी AI की मदद से काम करते हैं। आप भी अपने फोन पर सिरी या गूगल असिस्टेंट से सवाल पूछ सकते हैं, यह तुरंत जवाब देता है क्योंकि वह बड़े डेटा को समझता है।

भारत में भी AI का उपयोग तेज़ी से बढ़ रहा है। सरकारी सेवाओं में चैटबॉट्स लगाकर लोगों की शिकायतें कम हो रही हैं, और खेती में सेंसर्स के ज़रिये फसल की स्थिति पर रियल‑टाइम जानकारी मिलती है। अगर आप छोटे व्यापारियों में हों तो AI‑आधारित मार्केटिंग टूल से ग्राहक को बेहतर समझ सकते हैं और बिक्री बढ़ा सकते हैं।

भारत में AI विकास और रोजगार का भविष्य

भारी जनसंख्या वाले हमारे देश में AI नई नौकरियों की बहुलता लाने वाला है। कई स्टार्ट‑अप अब मशीन लर्निंग, डेटा एनालिटिक्स और रोबोटिक प्रोसेस ऑटोमेशन पर काम कर रहे हैं। यदि आप तकनीकी बैकग्राउंड नहीं रखते तो भी कोड‑लेस AI प्लेटफ़ॉर्म से छोटे प्रोजेक्ट शुरू कर सकते हैं। इससे फ्रीलांस काम या घर से ही इनकम बढ़ाने के मौके बनते हैं।

सरकार ने भी AI रिसर्च और स्किल ट्रेनिंग पर कई योजनाएँ लॉन्च की हैं, जैसे कि ‘डिजिटल इंडिया’ में AI लैब्स और ‘स्टार्ट‑अप इंडिया’ में फंडिंग। इसका मतलब है कि सीखने वाले को सपोर्ट मिलेगा और नौकरी मिलने के चांस बढ़ेंगे।

रोज़ाना खबरें इंडिया पर आप हर दिन नई AI ख़बरें पढ़ सकते हैं – चाहे वह बॉलीवुड की फिल्म में AI का उपयोग हो या खेलों में डेटा‑ड्रिवेन स्ट्रैटेजी। हमारे पास आसान भाषा में लेख होते हैं, इसलिए आपको जार्गन समझने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।

अगर आप AI के बारे में और जानना चाहते हैं तो इस टैग पेज पर मौजूद सभी आर्टिकल पढ़ें। यहाँ से आपको नई टेक ट्रेंड, रोजगार के अवसर और रोज़मर्रा की जिंदगी में मददगार टिप्स मिलेंगे। बस एक क्लिक करके पढ़िए और अपनी जानकारी को अपडेट रखें – क्योंकि आज का AI कल की दुनिया बदल देगा।

OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने कहा, इस साल नहीं होगा GPT-5 रिलीज, लेकिन कुछ अच्छे अपडेट्स आ रहे हैं

OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने कहा, इस साल नहीं होगा GPT-5 रिलीज, लेकिन कुछ अच्छे अपडेट्स आ रहे हैं

  • 0

OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने पुष्टि की है कि GPT-5 इस वर्ष या अगले साल की शुरुआत में लॉन्च नहीं होगा। इसके बजाय, कंपनी o-सीरीज मॉडल्स को एकीकृत करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। GPT-4.5 (ओरियन) सहित कुछ अच्छे अपडेट्स जल्द ही जारी होंगे। सैम ऑल्टमैन ने सुरक्षा और विश्वसनीयता पर जोर देते हुए कहा कि कंपनी का ध्यान एआई की सटीकता और उपयोगिता पर है।

और पढ़ें