शेफाली वर्मा ने रचा इतिहास
शेफाली वर्मा ने एक बार फिर से भारतीय क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीत लिया है। चेन्नई में चल रहे भारत और दक्षिण अफ्रीका की महिला टीमों के बीच टेस्ट मैच में शेफाली ने 195 गेंदों पर 205 रनों की शानदार पारी खेलकर इतिहास रच दिया। इससे पहले यह कीर्तिमान केवल मिताली राज के नाम था, जिन्होंने 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ 214 रन की शानदार पारी खेली थी। इस अद्वितीय उपलब्धि के साथ शेफाली भारतीय महिला क्रिकेट की दूसरी खिलाड़ी बन गई हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ा।
शानदार पारी का विवरण
शेफाली वर्मा की इस पारी ने क्रिकेट प्रेमियों को चकित कर दिया। उन्होंने अपनी इस पारी में 23 चौके और 8 छक्के मारे, उनका स्ट्राइक रेट 104 का था। उनकी बल्लेबाजी की शुरुआत से ही में एक आक्रामक तेवर दिखाई दिए। उनकी तेज-तर्रार बल्लेबाजी ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। खासकर वह क्षण जब शेफाली ने एक के बाद एक दो छक्के मारे और फिर एक सिंगल लेकर अपने दोहरे शतक को पूरा किया, वह नजारा देखने लायक था।
स्मृति मंधाना का भी योगदान
शेफाली की इस पारी में उनका साथ स्मृति मंधाना ने बखूबी निभाया। स्मृति ने भी अपनी शतकीय पारी से टीम को मजबूत स्थिति में ला दिया। उनकी पारी ने शेफाली को अधिक रचनात्मक और आक्रामक बनने के लिए प्रोत्साहित किया। इस जोड़ी की साझेदारी ने भारतीय महिला टीम को एक मजबूती दी और गेंदबाजों पर दबाव बनाए रखने में मदद की।
T20 विश्व कप 2024 के फाइनल की तैयारी
इस शानदार उपलब्धि के साथ अब सभी की नजरें आगामी T20 विश्व कप 2024 के फाइनल पर हैं, जो 29 जून को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला जाएगा। शेफाली वर्मा और स्मृति मंधाना की यह फार्म टीम की मनोबल को बढ़ाने का काम करेगी। भारतीय टीम के लिए यह एक बड़ी प्रेरणा है और उन्हें आने वाले मुकाबले में काफी आत्मविश्वास मिलेगा।
भारतीय महिला क्रिकेट में नया इतिहास
शेफाली वर्मा की इस उपलब्धि ने भारतीय महिला क्रिकेट को एक नई ऊँचाई दी है। उनकी बल्लेबाजी की शक्ति और निडरता ने साबित कर दिया है कि भारतीय महिला क्रिकेटर अब किसी से पीछे नहीं हैं। उनकी मेहनत और समर्पण ने न केवल उन्हें बल्कि पूरी टीम को गौरवान्वित किया है। यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी और अधिक से अधिक महिलाएं क्रिकेट में अपने करियर बनाने के लिए प्रेरित होंगी।
एक टिप्पणी लिखें