पैंट की चोट और टीम में बदलाव
इंग्लैंड के खिलाफ लंदन के ओवल में आयोजित पाँचवे और अंतिम टेस्ट से पहले रिषभ पैंट को गंभीर पैर की चोट के कारण टीम से बाहर कर दिया गया। चारवें टेस्ट में मैनचेस्टर के फील्ड में क्रिस वोक की तीव्र गेंद से उनका दायाँ पैर फ्रैक्चर हो गया था, फिर भी पैंट ने 75 गेंदों में 54 रन बनाकर अपमान को झटकते हुए खेला। चोट की गंभीरता को देखते हुए मेडिकल टीम ने उन्हें अगले मैच में खेलने से रोक दिया, जिससे भारतीय चयनकों को तुरंत विकल्प ढूँढना पड़ा।
इस आवश्यक बिंदु पर टीम ने तमिलनाडु के विकेटकीपर‑बैट्समैन नरायण जगदीशन को अतिरिक्त खिलाड़ी के रूप में बुलाया। 27 साल के जगदीशन ने पहले ही प्रथम श्रेणी में 5,300 से अधिक रन बनाए हैं; 52 मैचों में उनका औसत 47.50 और शतकों की संख्या 10 है। उनका कड़ा पिच‑साइड प्ले और तेज रिफ्लेक्स जोड़ने की क्षमता भारतीय बैटिंग लाइन‑अप में गहराई लाती है।

जगदीशन की संभावनाएँ और भूमिका
हालांकि ध्रुव जुएल को प्राथमिक विकेटकीपर के रूप में रखने का इरादा है, लेकिन जगदीशन की मौजूदगी टीम को बैक‑अप विकल्प देती है और कप्तान को लचीलापन प्रदान करती है। यदि पैंट वापस नहीं आ सकता, तो जगदीशन को शीर्ष क्रम में खोलने या मध्य क्रम में दबाव संभालने का अवसर मिल सकता है। उनके पास सीमित ओवर में तेज़ स्कोर बनाना और निरंतरता बनाए रखना दोनों ही कौशल हैं, जो अक्सर टेस्ट में अहम भूमिका निभाते हैं।
सीरीज इस समय बराबर है; भारत और इंग्लैंड ने प्रत्येक दो टेस्ट जीतें हैं। इसलिए पाँचवा टेस्ट न केवल टाइडन के लिए बल्कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के अंक तालिका में भी निर्णायक रहेगा। भारतीय कॉचिंग स्टाफ ने बताया कि उन्होंने जगदीशन को नेट्स में कई सिचुएशन में परखा, जहाँ उन्होंने पिच की गति और बाउन्स के हिसाब से शॉट चयन किया। उनका आत्मविश्वास और फोकस टीम के मिंडसेट को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर रहा है।
जगदीशन के जोड़ से मैदान पर प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, विशेषकर जब इंग्लैंड की बॉलिंग अटैक के सामने आधे विकेट-केन्द्रित रणनीति अपनाने की जरूरत होगी। यदि वह पहली पारी में जल्दी ही दो अंकों के लिए जल्दी चलें, तो पैंट की कमी को बहुत हद तक भरा जा सकता है। इसके अलावा, उनका कूद‑कूद कर फील्डिंग भी भारत को अतिरिक्त ऊर्जा देगी।
अंत में, पैंट की चोट ने भारतीय टीम को एक बड़ी चुनौती दी है, पर साथ ही युवा खिलाड़ी जैसे नरायण जगदीशन को सम्मानित मंच पर दिखाने का अवसर भी प्रदान किया है। ओवल में इस निर्णायक टेस्ट को लेकर सभी की नज़रें टिकी हुई हैं, और अब समय है देखना कि किस खिलाड़ी की गेंदबाज़ी और बैटिंग भारतीय टीम को जीत की ओर ले जाएगी।
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