आईफा अवॉर्ड्स 2024 का आयोजन इस वर्ष अबू धाबी के यस आईलैंड स्थित एतिहाद एरीना में किया गया। यह लगातार तीसरा वर्ष था जब यह भव्य बॉलीवुड अवॉर्ड समारोह यूएई की राजधानी में आयोजित हुआ। इस समारोह का मेज़बानी का जिम्मा बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान, फिल्म निर्माता करण जौहर और प्रतिभाशाली अभिनेता विक्की कौशल ने संभाला। इन तीनों ने अपने शानदार तालमेल का प्रदर्शन किया और समारोह को एक भी पल के लिए उबाऊ नहीं होने दिया।
रात की शुरुआत मनोरंजक प्रस्तुतियों के साथ हुई। शाहिद कपूर की प्रदर्शन ने अपनी रंगीन ऊर्जा बिखेरी, जबकि अनन्या पांडे और जन्वी कपूर ने दर्शकों को अपनी डांस प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध कर दिया। करण औजला और हनी सिंह ने भी अपनी जलवा बिखेरते हुए म्यूजिकल परफॉर्मेंस दी।
मुख्य विजेताओं में सिद्धार्थ सिंह और गरिमा वहाल को सर्वश्रेष्ठ गीतकार का पुरस्कार फिल्म 'एनिमल' के लिए मिला। इसके साथ ही करण जौहर को सिनेमा में २५ साल पूरे करने के लिए विशेष सम्मान से नवाज़ा गया। यह पुरस्कार उन्हें स्वयं शाहरुख खान और विक्की कौशल ने सौंपा।
हरे काॅर्पेट पर बॉलीवुड के सबसे बड़े सितारों का जमावड़ा रहा। इस दौरान हेमा मालिनी, रानी मुखर्जी, कृति सैनन और रेखा ने अपनी मौजूदगी से समा बांध दिया। खास बात यह रही कि रेखा ने अपनी पुरानी फिल्मों के गानों की प्रस्तुति दी, जिसमें 'मोहे पनघट पे', 'पिया तोसे नैना लागे रे', 'इन ही लोगों ने', और 'परदेसीया' जैसे गाने शामिल थे। उनकी इस प्रस्तुति ने सबका दिल जीत लिया।
मुख्य विजेताओं की सूची
समारोह में कई कलाकारों और फिल्मों को पुरस्कारों से नवाज़ा गया। विदित है कि यह कार्यक्रम लगभग पांच घंटे तक चला और रात के 3 बजे खत्म हुआ। इस दौरान कई यादगार पल भी देखने को मिले। इनमें शाहिद कपूर की स्टार-स्टडेड मेडली, विक्की कौशल का परफॉर्मेंस और बॉबी देओल का भावुक पुरस्कार स्वीकृति भाषण प्रमुख रहे। बॉबी देओल ने अपने प्रसिद्ध 'जमाल कड्डू' स्टेप के साथ समारोह को यादगार बना दिया। उन्होंने अपनी पत्नी को धन्यवाद देते हुए कहा कि वह उनके कठिन समय में हमेशा उनके साथ खड़ी रहीं।
इस भव्य समारोह ने हिंदी फिल्म उद्योग की श्रेष्ठता को दर्शाया और एतिहाद एरीना में लगभग भरी हुई भीड़ को भरपूर मनोरंजन प्रदान किया।
विशिष्ट पल
सबसे यादगार लम्हें उन प्रमुख प्रस्तुतियों और भावनात्मक वक्तव्यों के रहे जो दर्शकों को एक अलग ही आनंदित अनुभव प्रदान कर गए। विशेष रूप से, करण जौहर के सिनेमा में २५ साल पूरे होने का जश्न समारोह की विशेषता रही। उनके साथियों शाहरुख और विक्की ने उनके इस सफर को एक सम्मान के साथ पुरस्कार सौंप कर और भी खास बना दिया।
शाम के एक और आकर्षक पल में रेखा की प्रस्तुति रही, जिनकी अनूठी शैली और करिश्मा ने उपस्थित लोगों को पुरानी यादों के गलियों में ले जाया। उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए रेट्रो गानों की मेडली ने समारोह की शोभा बढ़ा दी।
विशेष सम्मान
समारोह का एक और ध्यानाकर्षक पहलू बॉबी देओल का भावनात्मक भाषण था। उन्होंने अपनी पत्नी को उनके कठिन दिनों में मिले साथ के लिए धन्यवाद किया और कहा कि उनकी सफलता का श्रेय उन्हीं को जाता है। उनके प्रदर्शन और भाषण ने दर्शकों की आँखों में आँसू ला दिए।
निष्कर्ष
आईफा अवॉर्ड्स २०२४ ने एक बार फिर से यह सिद्ध कर दिया कि भारतीय सिनेमा की चमक और उसकी योग्यता का कोई मुकाबला नहीं। समारोह में उपस्थित सभी फिल्मों और कलाकारों ने अपने अद्भुत परफॉरमेंस और भावनात्मक पहलों से दर्शकों को एक अनूठा अनुभव दिया। इस वर्ष का आईफा अवॉर्ड्स हमेशा यादगार रहेगा, खासकर उन विशेष पलों और प्रस्तुतियों के कारण जो इसे दर्शकों के दिलों में हमेशा के लिए जगह दे गए।
charan j - 29 सितंबर 2024
बस एक बात कहूं? शाहरुख के बिना आईफा का क्या मतलब? बाकी सब तो बस बैकग्राउंड म्यूजिक है।
Kotni Sachin - 29 सितंबर 2024
मैंने देखा, बहुत अच्छा लगा! शाहिद कपूर का परफॉर्मेंस, विक्की कौशल का होस्टिंग, करण जौहर का 25 साल का जश्न-सब कुछ बेहद भावुक और संगठित था! रेखा की प्रस्तुति? ओह भगवान! वो 'मोहे पनघट पे' वाला मोमेंट? मैं रो पड़ा! और बॉबी देओल का जमाल कड्डू स्टेप? बिल्कुल जबरदस्त! ये लोग असली इंडस्ट्री के दिल हैं!
Nathan Allano - 30 सितंबर 2024
मुझे लगता है कि आईफा अब बस एक बड़ा शो बन गया है-एक अच्छा शो, लेकिन अब फिल्मों के बजाय स्टार पावर और इमोशनल मोमेंट्स पर ज्यादा फोकस है। रेखा की प्रस्तुति तो बहुत खूबसूरत थी, लेकिन क्या हम अब रेट्रो गानों के लिए ही इतना जोश दिखा रहे हैं? नए गानों को भी थोड़ा समय देना चाहिए। और बॉबी देओल का भाषण? वाह! वो तो दिल छू गया। बहुत बढ़िया था। इस तरह के लम्हे असली अवॉर्ड्स की भावना को बरकरार रखते हैं।
Guru s20 - 30 सितंबर 2024
करण जौहर को 25 साल का पुरस्कार देना बिल्कुल सही था। उनकी फिल्मों ने तो बहुत सारे लोगों की जिंदगी बदल दी। और शाहरुख और विक्की का टेंडर मोमेंट? दिल जीत गया। बॉबी देओल का भाषण भी बहुत अच्छा लगा। असली सफलता तो वो होती है जिसके पीछे कोई खड़ा हो।
Raj Kamal - 1 अक्तूबर 2024
मुझे लगता है कि आईफा अब बहुत ज्यादा फोकस इमोशनल मोमेंट्स पर कर रहा है जैसे कि रेखा का गाना या बॉबी देओल का भाषण और इस तरह के बातों पर ज्यादा ध्यान देने से हम असली टैलेंट को नज़रअंदाज़ कर रहे हैं जैसे कि एनिमल के गीतकारों को सर्वश्रेष्ठ गीतकार का पुरस्कार मिलना बिल्कुल ठीक है लेकिन क्या उनके गीत वाकई में इतने अच्छे थे या फिर फिल्म के बहुत बड़े होने की वजह से इन्हें पुरस्कार मिल गया और इस तरह के बातें हमें असली फिल्मी गुणवत्ता से दूर कर रही हैं और इसलिए मुझे लगता है कि अगले साल ज्यादा बैलेंस रखना चाहिए और नए टैलेंट को भी जगह देनी चाहिए जैसे कि नए गायक या नए डायरेक्टर जो अच्छा काम कर रहे हैं
Rahul Raipurkar - 3 अक्तूबर 2024
आईएफए अब एक व्यावसायिक प्रदर्शन है। एक विशाल ब्रांडिंग इवेंट जिसमें फिल्मी उत्पादन की गुणवत्ता का कोई स्थान नहीं है। रेखा की प्रस्तुति भावनात्मक रूप से शक्तिशाली थी, लेकिन यह एक विरासत का उपयोग है, न कि एक नवीनता का। बॉबी देओल का भाषण निस्संदेह भावुक था, लेकिन यह एक स्वार्थी अनुभव का उपयोग है जो नाटकीय बनाने के लिए बनाया गया है। इस तरह के समारोह वास्तविक कला को नष्ट कर देते हैं।
PK Bhardwaj - 4 अक्तूबर 2024
समारोह का स्ट्रक्चर बहुत क्लिन और प्रोफेशनल रहा। एक बहुत अच्छा बैलेंस था बीच नेस्टेड नैरेटिव्स और लाइव परफॉर्मेंस के। रेखा की एंट्री ने एक नेस्टेड इंटरटेक्सचुअलिटी बनाई-एक ओल्ड वॉइस ने न्यू जनरेशन को ट्रांसमिट किया। बॉबी देओल का एमोशनल रिटर्न ने एक लोकल अवेयरनेस को ग्लोबल एक्सप्रेशन में ट्रांसलेट कर दिया। यह फिल्म इंडस्ट्री के इंटरनल कल्चरल कैपिटल का एक बहुत ही सुंदर रिफ्लेक्शन था।