ईद-उल-अधा: त्यौहार की खास खबरें और उपयोगी जानकारी

ईद-उल-अधा हर साल बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है और इस दौरान बहुत सारी बातें होती हैं। अगर आप भी जानते नहीं कि क्या करना है, तो हम यहाँ सबसे ज़रूरी चीज़ें बता रहे हैं। पढ़िए और अपनी तैयारियों को आसान बनाइए।

इफ्तार और क़ुर्बानी की तैयारी

सबसे पहले इफ्तार का टाइम तय करो। कई शहरों में मस्जिदों के पास खाने‑पीने की स्टॉल लगती हैं, लेकिन घर पर ही हल्का नाश्ता तैयार करना सुरक्षित रहता है। दही, फल और समोसे सबसे लोकप्रिय विकल्प होते हैं।

क़ुर्बानी का काम थोड़ा अलग होता है। बकरा या भेड़ चुनते समय स्वस्थ जानवर देखें – साफ‑सुथरे बाल, चमकीली आँखें और सही वजन वाले। स्थानीय कसाई से पहले कीमत पूछ लें, क्योंकि कई जगहों पर आजकल डिस्काउंट मिल रहा है।

क़ुर्बानी के बाद मांस को कैसे बाँटे, यह भी महत्वपूर्ण है। आमतौर पर परिवार, रिश्तेदार और जरूरतमंद लोगों में बराबर हिस्से बांटते हैं। यदि आपके पास ज्यादा मांस बचता है, तो उसे फ्रिज या फ्रीज़र में सही तरह से स्टोर करना न भूलें।

ईद के शॉपिंग और ऑफर्स

ईद‑उल‑अधा पर कपड़ों, जूते और इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर बड़ी छूट मिलती है। कई बड़े ब्रांड अपनी वेबसाइट या स्टोर में सीमित समय के लिए ‘ईद डील्स’ चलाते हैं। खरीदारी से पहले कीमत की तुलना करना फायदेमंद रहता है।

ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले लोग कूपन कोड और कैशबैक ऑफर देखना न भूलें। अक्सर बैंक कार्ड या मोबाइल वॉलेट के साथ अतिरिक्त डिस्काउंट मिलते हैं। अगर आप पहले से ही किसी ऐप में पंजीकृत हैं, तो पुश नोटिफिकेशन पर ध्यान दें – नई डील्स तुरंत दिखती हैं।

ईद की मिठाई भी खास होती है। बर्फी, जलेबी और कबाब के साथ साथ हलवा और खीर भी लोकप्रिय होते हैं। स्थानीय मीठे वाले अक्सर ईद‑उल‑अधा के लिए विशेष पैकेज बनाते हैं – इन्हें पहले से ऑर्डर करने से समय बचता है और कीमत भी कम रहती है।

याद रखिए, खरीदारी करते समय अपने बजट को ध्यान में रखें। अनावश्यक खर्चे से बचना आसान होता है जब आप पहले से तय कर लें कि किस चीज़ पर कितना खर्च करना है। छोटे-छोटे सामानों की कीमत जोड़‑जोड़ कर अक्सर बड़ी रकम बन जाती है।

आखिरकार, ईद का असली मतलब एकता और दया है। चाहे आप क़ुर्बानी करें या नहीं, जरूरतमंदों को मदद देना सबसे बड़ा काम होता है। इस बार अपने आस‑पास के लोगों की मदद करने के लिए कुछ पैसा या सामान अलग रखिए।

तो तैयार हो जाइए, इफ्तार का मेन्यू बनाइए और क़ुर्बानी के लिए सही बकरा चुनिए। साथ ही शॉपिंग में समझदारी से कदम रखें और ईद‑उल‑अधा को खुशी‑खुशी मनाएँ। रोज़ाना ख़बरें इंडिया पर हर नई अपडेट आपको मिलती रहेगी, तो बने रहें हमारे साथ!

बकरीद ईद-उल-अधा 2024: कुर्बानी का महत्व और तारीख, जानिए इस्लामिक त्योहार के बारे में

बकरीद ईद-उल-अधा 2024: कुर्बानी का महत्व और तारीख, जानिए इस्लामिक त्योहार के बारे में

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बकरीद, जिसे ईद-उल-अधा के नाम से भी जाना जाता है, एक महत्वपूर्ण इस्लामिक त्योहार है जो विश्वभर में मनाया जाता है। भारत में, यह त्योहार 17 जून 2024 को मनाया जाएगा। यह त्योहार पैगंबर इब्राहीम की अल्लाह के लिए उनके बेटे इस्माइल को कुर्बान करने की क़ुरबानी की इच्छा को याद करता है। कुर्बानी, या पशु बलिदान, इस उत्सव का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो इस्लाम में करुणा, बलिदान और विश्वास को दर्शाता है।

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