भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया द्वितीय टेस्ट: पिंक-बॉल की रोमांचक क्रिकेटिक चुनौती
एडिलेड ओवल में चल रही बार्डर-गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा टेस्ट शुरू होते ही दर्शकों को गज़ब का रोमांच देखने को मिला। भारत ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फ़ैसला किया, जिससे उनके इरादे साफ़ हो गए कि वे पहले मैच के प्रदर्शन को दोहरा कर यहां भी मजबूत पकड़ बनाना चाहते हैं। टीम में कुछ बदलाव देखने को मिले, जहां कप्तान रोहित शर्मा का शामिल होना भारतीय टीम के लिए बड़ा हौसला था।
भारत की आरंभिक चुनौती और संघर्ष
भारत को शुरुआत में ही झटका लगा जब युवा ओपनर यशस्वी जयसवाल को मिशेल स्टार्क ने पहली ही गेंद पर आउट कर दिया। यह विकेट भारतीय टीम और समर्थकों के लिए निराशाजनक था, क्योंकि जयसवाल से काफी उम्मीदें थीं। इसके बाद के साथियों ने संघर्ष जारी रखा, लेकिन बड़े स्कोर की तरफ जाने में भारतीय बल्लेबाजी असफल रही।
केएल राहुल और शुभमन गिल ने कुछ देर तक पिच पर टिकने का प्रयास किया, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के आक्रामक लाइन और लेंथ ने उन्हें जकड़ कर रखा। भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाजों का प्रदर्शन अपेक्षित नहीं रहा और टीम लंच तक 82/4 के कमजोर स्कोर पर पहुँच गई। यह स्थिति तब और बिगड़ी जब मिशेल स्टार्क ने अपनी गेंदबाजी का जलवा दिखाते हुए छह महत्वपूर्ण विकेट झटके, जिसके कारण पूरी भारतीय टीम 180 रन पर सिमट गई।
ऑस्ट्रेलिया का प्रदर्शन और पिंक-बॉल में निपुणता
ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पारी की बहुत अच्छी शुरुआत की और पहले दिन का खेल समाप्त होने तक 86/1 पर मजबूत स्थिति में थे। नाथन मैकस्वीनी और मार्नस लैबुशेन ने अनुशासित बल्लेबाजी करते हुए पिंक-बॉल के सामने भारतीय गेंदबाजों को बहुत अधिक मौका नहीं दिया। ऑस्ट्रेलिया की पिंक-बॉल के साथ अनुभव और सफलता का आंकड़ा उन्हें लेकर भारत पर भारी पड़ता दिखा।
ऑस्ट्रेलिया ने 12 में से 11 पिंक-बॉल मुकाबले अपने नाम किए हैं, जो उनके इस फॉर्मेट में दबदबे का सबूत है। हालांकि, विजय का भारतीय दावेदार होना भी इस मैच को रोचक बनाता है। एडिलेड ओवल में भारत की पिछली असफलता, जब उन्होंने दिन-रात टेस्ट में अपनी दूसरी पारी में सिर्फ 36 रन बनाए थे, अब उनके लिए एक चुनौती बनकर खड़ा है जिसे पार कर वे श्रृंखला में 2-0 से बढ़त बनाना चाहेंगे।
मौसम की भूमिका और आगे की उम्मीदें
एडिलेड में टेस्ट मैच के पहले दिन खराब मौसम की संभावना बढ़ रही थी, जहां बारिश और गरज के साथ बारिश की 40% संभावना थी। पिच क्यूरेटर डेमियन हॉफ ने मैदान पर 6mm घास छोड़कर एक संतुलित प्रतियोगिता सुनिश्चित करने का बीड़ा उठाया। हालांकि, मौसम की भविष्यवाणी के अनुसार, दूसरे दिन से मौसम साफ और खेल के अनुकूल होने की संभावना है।
आगे के दिन खेल दोनों टीमों के लिए बेहद अहम होंगे। जहाँ भारत के लिए वापसी करना जरूरी होगा, ऑस्ट्रेलिया जीत के साथ श्रृंखला को बराबर का स्तर देने का प्रयास करेगा। बेहतरीन गेंदबाजी और ठोस बल्लेबाजी से दोनों टीमें अपने प्रियजनों और प्रशंसकों को खुश करने का हरसंभव प्रयास करेंगी।
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